न्यूज – सीआई विष्णु दत्त विश्नोई की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया जिस तूफानी रूप से लोगों की संवेदनाये उनके लिये सामने आई हैं वो हर पुलिस कर्मी को नसीब नहीं हो पाती हैं।
हजारों की संख्या में लोगों ने उनके कार्यकाल में किये गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनकी आत्महत्या को राजनैतिक षड्यंत्र करार दिया है।
देश में राजनेताओं द्वारा पुलिस सिस्टम को कैसे प्रभावित किया जाता हैं किसी से छुपा नहीं हैं। सम्भवतः यही कारण रहा होगा जिसके चलते विष्णु दत्त जैसे ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी को आत्महत्या तक करनी पड़ गईं।
सिंघम जैसी ईमानदार छवि वाले पुलिस अधिकारी को आत्महत्या का कदम क्यों* उठाना पड़ा .??? दिवंगत विष्णु दत्त विश्नोई के परिवार को भी इन सवालों के जवाब चाहिये। लेकिन हमें भी पता हैं जरूरत के हिसाब से यहां मौत के कारण बना दिये जाते हैं ।
बहरहाल पुलिस सहित अन्य विभागो में अनेक मामंले हैं जब शोषण अपमान और उच्च अधिकारियों के दबाव में जिन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, ट्रांसफर अथवा भ्रष्टाचार जैसे मामलों का सामना करना पड़ा, मामला नहीं सुलझता तो आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर भी मजबूर कर दिया जाता है,जिनकी जांच रिपोर्ट भी नहीं आ पाती..