न्यूज – जरा हिंदू राष्ट्र की कल्पना कीजिए, अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो कैसा होता…पाकिस्तान में हिंदु धर्म का अनुसरण करने वाले कुल जनसंख्या के लगभग 2% है। अंतिम जनगणना के समय पाकिस्तानी हिंदुओं को जाति (1.6%) और अनुसूचित जाति (0.25%) में विभाजित किया गया…पाक में लगभग 96 फीसदी आबादी मुस्लिम समुदाय की है जबकि बचे हुए 2 फीसदी से कम में हिन्दू और 2 फीसदी में अन्य धर्म के लोग रहते हैं, इस देश में एक तरफ जहां मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है वहीं दूसरी तरफ अन्य धर्म के लोगो की संख्या कम हो रही है, इसकी मुख्य वजह हिन्दू और गैरमुस्लिम लोगो पर हो रहे अत्याचार है, ऐसे में बहुत से लोग भारत और दूसरे देशों की ओर पलायन कर रहे हैं।
लेकिन अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो क्या वहां पर यह सब नहीं होता आप जरा परिकल्पना कीजिए कि हिंदू राष्ट्र में क्या होता है अगर हिंदू राष्ट्रपिता पाकिस्तान तो वहां पर मुस्लिमों के साथ क्या होता मुस्लिम कैसे रह रहे होते और हिंदू किस स्थिति में होता है।
हिन्दू राष्ट्रवाद का सामूहिक रूप से सन्दर्भ, भारतीय उपमहाद्वीप की देशज आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं पर आधारित, सामाजिक और राजनीतिक अभिव्यक्तियों से हैं। कुछ अध्येताओं का यह वाद हैं कि हिन्दू राष्ट्रवाद एक सरलीकृत अनुवाद है, और इसका बेहतर वर्णन हिन्दू जो देश के लिए समर्पित है शब्द से होता हैं।
यदि हम प्रसिद्ध फ्रांसीसी विचारक अर्नेस्ट रेना के शब्दों में राष्ट्र शब्द के अर्थ को समझें तो हमें यह स्पष्ट हो जाएगा कि "हिंदू राष्ट्र" की स्थिति कितनी सटीक, उचित, अर्थपूर्ण व सामयिक है –"यह हिंदू राष्ट्र मनुष्य के परिश्रम और पराक्रम का आधार होती है, जिस पवित्र भूमि को हम'राष्ट्र' कहकर पुकारते हैं, उसके लिए मनुष्य ही सब कुछ होता है।
1923 में हिन्दू राष्ट्रवादी विनायक दामोदर सावरकर मानी की वीर सावरकर द्वारा लोकप्रिय की गई अवधारणा हिन्दुत्व, भारत में हिन्दू राष्ट्रवाद का मुख्य रूप है। हिन्दू राष्ट्रवादी स्वयंसेवक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हिन्दुत्व की हिमायत की जाती है, जिसे व्यापक रूप से सहबद्ध संगठन विश्व हिन्दू परिषद के साथ भाजपा के जनक संगठन के रूप में माना जाता है।
लेकिन अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता और वहां के प्रधानमंत्री भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होते तो इसकी परिकल्पना आप कैसे करेंगे…
पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र था तो वहां पर किसी प्रकार की कोई हिंसा नहीं होती वहां पर सब लोग मिल जुल कर रहते हैं कोई कट्टरवाद नहीं होता पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता और वहां पर मुसलमान भी होते तो क्या मुसलमानों को वह सारे अधिकार दिए जाते जो अभी पाकिस्तान में मुस्लिम राष्ट्र होने के साथ उन्हें दिए गए जी अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो भी वहां पर मुसलमानों को वह सारे अधिकार होते जो आज पाकिस्तान में है
लेकिन जो आज पाकिस्तान में मुस्लिम राष्ट्र होने के नाते अल्पसंख्यकों के पास अधिकार नहीं है क्या हिंदू राष्ट्र होने के वक्त उनके पास नहीं होते… हिंदू राष्ट्र में अल्पसंख्यकों को भी उतने ही अधिकार दिए जाते जितने बहुसंख्यक आबादी को होती है।
पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो वह आतंकवाद से मुक्त होता सांप्रदायिकता से मुक्त होता और दुनिया पाकिस्तान को एक आतंकी नहीं कहती ईर्ष्या के भाव से नहीं देखती।
मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान का जो भी नागरिक विदेशों में जाता है तो उसे एयरपोर्ट पर रोक लिया जाता है लेकिन अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो उसे इन सब चीजों का झंझट नहीं होता दुनिया में पाकिस्तान को एक आतंकी राष्ट्र माना जाता है जो अपने आम जनता से ज्यादा आतंकियों को पालता है।
सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर चलने वाली भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर हिंदू राष्ट्र पाकिस्तान में प्रधानमंत्री होते तो क्या वह हिंदू और मुसलमान तथा बाकी धर्मों में भेदभाव करते इसकी संभावना कम ही है क्योंकि जिस आदमी का मंत्र ही सबका साथ सबका विकास है वह ना हिंदू देखता है ना मुसलमान, ना गरीबी देखता है ना अमीरी,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर पाकिस्तान में हिंदू राष्ट्र के प्रधानमंत्री होते तो आज पाकिस्तान नई ऊंचाइयां छु रहा होता, पाकिस्तान हथियारों के पीछे नहीं घूम रहा होता होना ही आतंकवाद से ग्रस्त होता पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता तो है भारत से दोस्ती कर लेता और यूं ही बॉर्डर के रास्ते हिंदुस्तान में आतंकी नहीं भेज रहा होता जबकि पाकिस्तान में पनप रहे आतंकी कैंपों को और आतंकियों को नष्ट कर देता वह कश्मीर के लिए भारत से लड़ाई नहीं लड़ता वह भारत के हर मुद्दे ने दखल नहीं देता वह झूठ नहीं बोलता….
पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होने के नाते अपने देश की गरीबी पर ध्यान देता और गरीबों का उत्थान करने पर पूरा जोर लगा देता वह नदियों के पानी के लिए भारत से नहीं डरता अगर पाकिस्तान हिंदू राष्ट्र होता और भारत उसका दोस्त होता तो उसे परमाणु बम की जरूरत नहीं पड़ती उसे हथियारों की जरूरत नहीं पड़ती आए दिन मस्जिदों में बम धमाके नहीं होते आए दिन बम धमाकों में मासूम बच्चे और मासूम लोग नहीं मरते….