इस साल जनवरी में भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रचा। ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया को हराकर लगातार दूसरी टेस्ट सीरीज जीती। इस जीत में टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ काफी अहम भूमिका रही। भारत का क्रिकेट ढांचा अब दुनिया के कई देशों के लिए ईर्ष्या का कारण हो सकता है। और अब टीम का सामना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड के साथ होगा।
वहीं दूसरी ओर न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज हराने के दौरान दिखाया
कि उसके पास भी मजबूत सप्लाई चेन है। एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ
सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की।
न्यूजीलैंड की टीम में छह अहम खिलाड़ी शामिल नहीं थे।
यहां हम न्यूजीलैंड, जिसकी आबादी करीब 51 लाख है,
की तुलना भारत से करते हैं जो करीब 130 करोड़ की आबादी से टीम चुनता है।
न्यूजीलैंड के कोच ग्रे स्टीड ने मंगलवार को बताया कि आखिर न्यूजीलैंड का क्रिकेट कैसे काम करता है। उन्होंने कहा, 'हमारे घरेलू क्रिकेट में सिर्फ छह टीमें खलेती हैं और उसमें कुल 90 खिलाड़ी होते हैं। यह एक लिहाज से हमारे लिए अच्छा काम करता है क्योंकि हम उन पर करीब से काम कर सकते हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'भारत की तरह हमारे यहां भी न्यूजीलैंड 'ए' टीम के दौरे होते हैं। बेशक, भारत की आबादी उन्हें अधिक संसाधन देती है लेकिन हमारे लिए इतने ही खिलाड़ियों की रणनीति काम करती है। हम उन पर निजी रूप से काम करते हैं, उन्हें उनकी भूमिका बताते हैं और फिर उन्हें तैयार करते हैं।'
रॉस टेलर ने भी मामले को साफ करके देखा, 'जब मैंने शुरुआत की तो न्यूजीलैंड टीम में सिर्फ तीन या चार खिलाड़ी ही ऐसे थे जो उच्च-स्तरीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। अब हमारे पास पूरी टीम है। आईपीएल से भी फायदा हुआ है।'
बीते छह साल में न्यूजीलैड की टीम आईसीसी के तीन फाइनल में पहुंची है। रग्बी देश में अब भी सबसे लोकप्रिय खेल है लेकिन क्रिकेट धीरे-धीरे अपनी जगह बना रहा है। स्टीड ने कहा, 'हम फैंस के चेहरे पर मुस्कान वापस लाए हैं। 2015 वर्ल्ड कप के बाद इसमें काफी बदलाव हुए हैं। दो वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने से भी मदद मिली है।'
अगर आप दोनों टीमों के खिलाड़ियों की लिस्ट पर गौर करें तो आपको टक्कर नजर आएगी। दोनों टीमों में एक-दूसरे के रिप्लेसमेंट के लिए खिलाड़ी हैं। ऐसे में देखें तो दो सबसे मजबूत बेंच स्ट्रेंथ वाली टीमें आमने-सामने होंगी।