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लखीमपुर हिंसा : राहुल गांधी आज किसानों की मौत को लेकर आज राष्ट्रपति से मिलेंगे, कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी रहेगा उनके साथ

Manish meena

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया गांव में हुई हिंसा को लेकर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा. पार्टी के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के तथ्यों पर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपेगा.

प्रतिनिधिमंडल 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के तथ्यों पर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपेगा

कांग्रेस ने 10 अक्टूबर को पार्टी के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को राष्ट्रपति से

मिलने का समय मांगा था. इसके बाद मंगलवार को राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दे दी।

प्रतिनिधिमंडल के सात सदस्यों में राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा, एके

एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद और अधीर

रंजन चौधरी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री के पास दूसरे कामों के लिए समय है लेकिन किसानों के परिवारों से मिलने का समय नहीं है

कांग्रेस हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करती रही है और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठा रही है। प्रियंका और राहुल ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पास दूसरे कामों के लिए समय है लेकिन किसानों के परिवारों से मिलने का समय नहीं है.

बीजेपी का कांग्रेस पर हमला

इस बीच बीजेपी ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड को लेकर खूब राजनीति हो रही है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल और प्रियंका गांधी का नाम लेते हुए कहा कि वे खुद को दलितों के चैंपियन के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। पात्रा ने कहा कि कुछ दिन पहले राजस्थान (कांग्रेस शासित) में एक युवा दलित व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या करने की घटना की जांच नहीं की गई और इस पर किसी का ध्यान नहीं गया।

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