न्यूज – भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में एक भी मुस्लिम को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है। बीजेपी ने 70 में से 67 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मुस्लिमों को टिकट ना देने के सवाल पर दिल्ली बीजेपी प्रमुख और नॉर्थईस्ट दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने दो टूक सीधा जवाब दिया है।
एक इंटरव्यू में तिवारी ने कहा, 'जब भी जब हम उन्हें टिकट देते हैं, वे हमें जीतने में मदद नहीं करते हैं। हमारे पास मुस्लिम समुदाय से मंत्री है। हमें उन्हें राज्य सभा और विधान परिषदों के माध्यम से लाना होगा। हमने उन्हें कई बार टिकट दिए हैं, लेकिन वे हमें जीतने में मदद नहीं करते हैं।'
दरअसल, उनसे सवाल किया गया था कि बीजेपी 'सबका साथ, सबका विकास' की बात करती है। 1993 के बाद यह पहली बार है कि भाजपा ने दिल्ली चुनाव में कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा है। क्यों?
मनोज तिवारी से एक और सवाल किया गया कि भाजपा के घोषणापत्र में महिला सशक्तीकरण को लेकर कई वादे हैं, तो पार्टी ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की तुलना में सबसे कम महिला उम्मीदवारों को मैदान में क्यों उतारा है?
इस पर उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं को टिकट दिया है। इस बार कुछ सीटें कम हो सकती हैं। हम महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का समर्थन करते हैं, लेकिन ऐसा होना बाकी है। उम्मीदवारों का चयन करते समय हमने जीतने की क्षमता
पर ध्यान दिया है। हम अगली बार इसे ध्यान में रखेंगे। सबसे ज्यादा कांग्रेस ने 10 महिलाओं को टिकट दिया है, आप ने 9 और बीजेपी ने 6 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने 5 और कांग्रेस ने 6 मुस्लिमों को टिकट दिया है।