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कांग्रेस हाईकमान ने CM कैप्टन से इस्तीफा मांगा: विधायक दल की बैठक में नया नेता चुनने का आदेश, पार्टी छोड़ने के दिए संकेत

पंजाब में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी गिरती नजर आ रही है। अब खबर सामने आई है कि दिल्ली में बैठे पार्टी आलाकमान ने कैप्टन के इस्तीफे की मांग की है।

Vineet Choudhary

डेस्क न्यूज़- पंजाब में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी गिरती नजर आ रही है। अब खबर सामने आई है कि दिल्ली में बैठे पार्टी आलाकमान ने कैप्टन के इस्तीफे की मांग की है। इतना ही नहीं शाम को होने वाली विधायक दल की बैठक में भी नए मुख्यमंत्री के आदेश दिए गए हैं।  कैप्टन ने चेतावनी भी दी है कि अगर उन्हें सीएम पद से हटाया गया तो वह भी पार्टी छोड़ देंगे। उन्होंने यह संदेश पार्टी आलाकमान तक पहुंचाने को कहा है। कैप्टन से इस्तीफा मांगा ।

सोनिया गांधी ने दिल्ली से भेजे दो ऑब्जर्वर

दरअसल, राज्य के 40 कांग्रेस विधायकों ने सीएम अमरिंदर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन विधायकों ने पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बैठक बुलाई है। वहीं, पंजाब के कांग्रेस नेता प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार आधी रात को ट्वीट कर विधायक दल की बैठक की जानकारी दी है। जिसमें उन्होंने कहा कि शनिवार शाम 5 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के सभी विधायकों के साथ बैठक बुलाई गई है। इसमें पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अजय माकन और हरीश चौधरी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वह आज दिल्ली से सीधे चंडीगढ़ पहुंचेंगे। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी शिरकत करेंगे।

सीएम कैप्टन के काम पर उठे सवाल

बता दें कि इस बैठक में हरीश रावत ने प्रदेश के सभी विधायकों से इस बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया है, इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सभी विधायकों से बैठक में शामिल होने की अपील की है। वहीं बताया जा रहा है कि इस पत्र के जरिए सिद्धू खेमे के विधायकों ने सीएम कैप्टन के कामकाज पर सवाल उठाए हैं।

बैठक में होगा कुर्सी का फैसला

सीएम कैप्टन और नवजोत सिद्धू के बीच आपसी मनमुटाव से पंजाब में कांग्रेस का बढ़ता विवाद बढ़ गया है। सिद्धू के अध्यक्ष बनने के बाद भी दोनों के बीच खींचतान बढ़ती ही जा रही है। दोनों के बीच मामला इतना बढ़ गया है कि उनके अपने विरोधी गुट भी बन गए हैं। वहीं पार्टी चाहती है कि चुनाव से पहले इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाए, लेकिन अब जिस तरह से विधायकों ने नाराजगी जताई है, उससे लग रहा है कि कप्तान कुर्सी खो सकते हैं। संभव है कि इसी बैठक में उन्हें हटाने का फैसला लिया जाए।

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