न्यूज – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने 'दा लेडी विथ द लैम्प'' के रूप में विश्वविख्यात फ्लोरेंस नाईटेगल के जन्म दिवस के अवसर पर मनाये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर सभी नर्सिंगकर्मियों को बधाई दी है।
डॉ शर्मा ने अपने बधाई संदेश में कहा कि नर्सिंग का प्रोफेशन भारत में ही नहीं पूरे विश्व में बहुत ही नोबल प्रोफेशन के तौर पर देखा जाता है। फ्लोरेंस नाईटेंगल ने अपनी सेवा और समपर्ण की भावना से विश्व के इतिहास में अपना नाम अमर कर दिया। युद्धकाल के दौरान उन्होंने दवाईयों की कमी, स्टॉफ की कमी और अत्यन्त विपरीत परिस्थितियों में भी अदम्य साहस का परिचय देते हुए सेवा की नई मिसाल कायम की।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना के वैश्विक संक्रमण के समय पूरे विश्व के नर्सिंग कर्मी आज भी डॉक्टर और मरीज के बीच का एक ब्रिज के रूप में समर्पित भाव से सेवाएं दे रहे है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में नर्सिंग स्टाफ की अपर्याप्त संख्या बड़ी समस्या है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय 50 हजार से अधिक नर्सिंगकर्मी कार्यरत हैं। हमारी सरकार ने नर्सिंगकर्मियों की कमी को पूरा करने के लिये लम्बे समय से लम्बित रिक्त पदों को भरने के मार्ग मेें आ रही अड़चनों को दूर कर करीब 9 हजार पदों पर स्थायी भर्ती की है।
डॉ शर्मा ने बताया कि हमारी सरकार नर्सिंग के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं व चुनौतियां का आंकलन कर उन्हें दूर करने के प्रयास कर रही है। नर्सिंग डे पर नर्सिंग एसोशिएशन के पदनाम संशोधन के ज्ञापन पर सरकार संवेदनशील है एवं गंभीरता से विचार कर रही है।
चिकित्सा मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि दया और करूणा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेंस नाइटएंगल के जन्म दिवस के अवसर पर सभी नर्सिंगकर्मी पूर्ण निष्ठा और समपर्ण भावना के साथ रोगियों की सेवा करने का संकल्प लेंगे और पीड़ित मानवता की सेवा में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे।