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ओडिशा में कांग्रेस को झटका: कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप मांझी ने छोड़ दी पार्टी, BJD में हो सकते है शामिल

Vineet Choudhary

डेस्क न्यूज़- देश के कई राज्यों में आंतरिक कलह का सामना कर रही कांग्रेस को अब ओडिशा में झटका लगा है। प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप मांझी ने पार्टी छोड़ दी है। उनके बीजू जनता दल में शामिल होने के संकेत हैं। पार्टी के लिए यह झटका अगले साल की शुरुआत में राज्य में होने वाले पंचायत चुनावों से ठीक पहले आया है। प्रदीप मांझी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी है। प्रदीप मांझी ने अपने पत्र में लिखा, 'मैं आपको बड़े सम्मान के साथ बताना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे यह जानकारी देते हुए गहरा दुख और दर्द है।'

पत्र में स्थानीय नतृत्व को ठहराया जिम्मेदार

ओडिशा के प्रमुख आदिवासी नेताओं में से एक और राज्य की नबरंगपुर लोकसभा सीट से सांसद मांझी ने कहा कि वह कांग्रेस में रहकर लोगों की सेवा करना चाहते थे, लेकिन पार्टी में उत्साह की कमी थी। एक तरफ प्रदीप मांझी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व की तारीफ की है तो दूसरी तरफ इशारों-इशारों में प्रदेश से लेकर स्थानीय स्तर तक के नेतृत्व को विफल करार दिया है। प्रदीप मांझी ने लिखा, 'पार्टी के संगठन ने आपके बहुमुखी नेतृत्व में बहुत अच्छा काम किया है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में गलत फैसलों और अलग-अलग पदों पर बैठे लोगों द्वारा ठीक से काम नहीं करने के कारण पार्टी ने लगातार अपना विश्वास खो दिया है। इसे हासिल करने में लंबा समय लगेगा।

प्रदीप मांझी ने कहा – मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूं, लेकिन कांग्रेस में इसकी कमी

इसी के साथ प्रदीप मांझी ने कहा, 'मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूं, लेकिन कांग्रेस में इसकी कमी है। मैं बड़े दुख के साथ पार्टी छोड़ रहा हूं, जिसके लिए मेरी बात समझी जानी चाहिए। इसके बाद भी मैं अपनी विचारधारा के अनुरूप अपने कर्तव्य का निर्वहन करता रहूंगा और पूरी संतुष्टि के साथ लोगों की सेवा करता रहूंगा। इस बीच प्रदीप मांझी के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह जल्द ही बीजद में शामिल हो सकते हैं। राज्य के सीएम नवीन पटनायक इसी महीने नबरंगपुर के दौरे पर जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान वह बीजद में शामिल हो सकते हैं। वह 2009 में कांग्रेस के टिकट पर इस लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे, लेकिन 2014 और 2019 में उन्हें फिर से हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस को नुकसान

नबरंगपुर के अलावा, मलकानगिरी जिले में भी आदिवासी समुदाय के बीच प्रदीप मांझी का खासा प्रभाव माना जाता है। ये दोनों जिले आदिवासी बहुल हैं। ऐसे में प्रदीप मांझी का कांग्रेस के लिए पार्टी छोड़ना उनके लिए ओडिशा में एक झटका है। मांझी ने अपने इस्तीफे की एक प्रति राहुल गांधी, ओडिशा कांग्रेस प्रभारी चेल्ला कुमार और प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक को भी भेजी है। बता दें कि 2009 में भी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे नबा किशोर दास पार्टी छोड़कर बीजद में शामिल हो गए थे और आज वे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं।

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