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चार साल में पहली बार UP CM योगी आदित्यनाथ के केशव मौर्य के घर पहुंचने पर सियासी चर्चाएं हुईं तेज

लखनऊ में योगी के बंगले से एक बंगला छोड़कर दूसरा घर केशव प्रसाद मौर्य का है लेकिन केशव प्रसाद मौर्य के घर चार साल में कभी भी नहीं गए सीएम योगी

Dharmendra Choudhary

डेस्क न्यूज़: उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचे पर सियासी चर्चाएं तेज़ हो गई है। यह पहली बार है जब सीएम डिप्टी सीएम के आवास पर गए हैं। बताया जा रहा है कि 7 कालिदास मार्ग स्थित केशव के घर पर दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत चली।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास 5 कालीदास मार्ग पर है। CM योगी के बंगले से एक आवास छोड़कर 7 केडी बंगला केशव प्रसाद मौर्य का है। केशव प्रसाद के घर पहली बार CM के पहुंचने पर कहा जा रहा है कि केशव मौर्य के बेटे की शादी की बधाई देने वाली औपचारिकता भी इस मुलाकात का कारण थी।

बीजेपी कोर कमिटी का था लंच

बताया जा रहा है कि कोर कमेटी ने केशव प्रसाद के घर लंच किया। संघ के कृष्ण गोपाल समेत बीजेपी कोर कमेटी के तमाम लोग यहां लंच करने पहुंचे। इसलिए योगी भी यहां आए।

योगी-मंत्रियों के साथ आज होगा मंथन

बीएल संतोष मंगलवार शाम को बीजेपी मुख्यालय में सीएम योगी और मंत्रियों के साथ बैठेंगे। उनके साथ यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और राज्य संगठन महासचिव सुनील बंसल भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान मंत्रियों से उनके विभागों में किए गए कार्यों का ब्योरा लिया जाएगा।

केशव और योगी में मनमुनाव?

UP को लेकर पार्टी नेतृत्व भले ही यह कह रहा हो कि वहां कोई कलह थी ही नहीं, मीडिया जनित भ्रम था, वह भी अब खत्म हो गया है लेकिन वहां अब भी योगी बनाम केशव मौर्य चल रहा है। केशव मौर्य 2017 में मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे, पार्टी ने उन्हें चुनाव के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष बनाकर यह संकेत भी दिया था।

चुनाव परिणाम आने के बाद उन्हें आखिरी मौके पर डिप्टी बनना पड़ा। केशव मौर्य चाहते हैं कि 2022 में यूपी चुनाव 'असम मॉडल' पर हो कि चुनाव में किसी को सीएम का चेहरा घोषित न किया जाए, सीएम का फैसला विधायक दल की बैठक में लिया जाए।

2022 में योगी सीएम? केशव ने दिया था यह जवाब

उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सीएम चेहरा कौन होगा, इस सवाल के जवाब में केशव ने योगी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व अपना फैसला लेगा। उन्होंने असम मॉडल की तर्ज पर यूपी में चुनाव कराने की मांग की है।

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