अक्सर लोग महंगाई पर तंज कसते हुए शादियों में तोहफे में प्याज, आलू देते है लेकिन इस बार तोहफा और भी दिलचस्प हो गया है। शादी के मौके पर दूल्हा-दुल्हन के दोस्तों ने तोहफे के तौर पर 'पेट्रोल और डीजल' से भरी बोतल गिफ्ट की है।
तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के चेयूर गांव का यह किस्सा सोशल मीडिया पर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जहां कुछ दोस्त ने नवविवाहित जोड़े ग्रेस कुमार और कीर्तना को उनकी शादी के मौके पर एक लीटर पेट्रोल और डीजल उपहार में देते नजर आये।
देश भर में पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे है। हर दिन पेट्रोल-डीजल के दमों में इजाफा देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु की बात करें तो पिछले 15 दिनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में ₹9 से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। जहां एक लीटर पेट्रोल ₹111.68 और डीजल ₹101.79 में बिक रहा है।
आपको बता दें कि बजट सत्र के दूसरे चरण में कांग्रेस, शिवसेना और अन्य विपक्षी दलों ने राज्यसभा में महंगाई का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। साथ ही पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर सदन में हंगामा भी किया।
हंगामे की वजह से कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए विपक्षी सांसदों ने सूचना भी दी थी। हंगामे के बीच सभापति एम. वेंकैया नायडू अपना समापन भाषण भी नहीं दे सके।
संसद का बजट सत्र गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। हालांकि बजट सत्र 8 अप्रैल तक चलना था लेकिन एक दिन पहले समाप्त हो गया। राज्यसभा में कांग्रेस, शिवसेना समेत अन्य विपक्षी दलों ने महंगाई के मुद्दे पर हंगामा किया।
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 'महंगाई मुक्त भारत' अभियान के तहत राज्य मुख्यालय पर धरना दिया। दिल्ली, जयपुर, मुंबई, हैदराबाद और कई अन्य शहरों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा धरना प्रदर्शन आयोजित किए गए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ाकर 1.56 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ जनता पर डाला है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ईंधन पर उत्पाद शुल्क से सरकार की कमाई और बड़े औद्योगिक समूहों के कर्ज को बट्टे खाते में डालने का जिक्र करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, 'मोदी-मित्रों को को प्रत्यक्ष अंतरण… जनधन लूट योजना।’
2014 में यूपीए सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने महंगाई को बड़ा मुद्दा बनाया था। बीजेपी ने सबसे पहले हिमाचल प्रदेश से महंगाई रैली की शुरूआत की थी। यहीं से नरेंद्र मोदी ने जनता की नब्ज टटोली और महंगाई से परेशान जनता को ‘अच्छे दिन’ का भरोसा दिलाया।
महंगाई की मार झेल रही जनता ने झोली भर के सीटें दी और देश का प्रधानमंत्री बनाया। महंगाई को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने 10 साल पुरानी यूपीए सरकार को उखाड फेंका था लेकिन आज भी महंगाई डायन बनी हुई है। मोदी सरकार महंगाई नियंत्रण पर नाकाम दिखाई पड रही है।