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क्या राजस्थान में दिवाली बाद होगा गहलोत कैबिनेट का विस्तार? अजय माकन ने दिया ये जवाब

कैबिनेट फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सियासी चर्चा तेज

Kunal Bhatnagar

डेस्क न्यूज. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने एक बार फिर से जल्द ही कैबिनेट विस्तार का दावा किया है. जयपुर पहुंचे माकन ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा. कब पूछा? दिवाली के बाद हो सकता है, तो वह मुस्कुराया। सचिन पायलट खेमे की मांगों के सवाल पर अजय माकन ने बोले कि कांग्रेस में कोई खेमा नहीं है, हम सब एक हैं. अजय माकन के जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार के दावे के साथ ही कांग्रेस में हलचल एक बार फिर शुरू होनी थी और ऐसा हो गया है. मंत्री बनने का दावा कर रहे कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों ने दिल्ली दरबार तक लॉबिंग शुरू कर दी है.

कैबिनेट फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सियासी चर्चा तेज

कैबिनेट फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सियासी चर्चा तेज हो गई है.

कांग्रेस विधायक व नेता लंबे समय से उठा रहे हैं कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक

नियुक्तियों की मांग- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ माकन ने कांग्रेस कार्यकर्ता

के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए पाली के निंबोल का दौरा किया.

कैबिनेट विस्तार पर तारीख की तारीख

यह पहली बार नहीं है। प्रदेश प्रभारी अजय माकन पूर्व में कई बार कैबिनेट विस्तार

और राजनीतिक नियुक्तियों की समय सीमा बता चुके हैं। पिछले साल जनवरी तक कैबिनेट

विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने की समय सीमा दी गई थी। बाद में माकन अपने ही

बयान से मुकर गए और कहा कि इसकी कोई समय सीमा नहीं है। फिर उन्होंने बजट सत्र के बाद

कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की बात की। फिर विधायकों की राय के बाद तारीख

आई। वह भी चला गया, लेकिन हुआ कुछ नहीं।

कांग्रेस में कोई खेमा नहीं है, हम सब एक हैं

सचिन पायलट खेमे की मांगों के सवाल पर माकन ने कहा कि कांग्रेस में खेमा नहीं है,

हम सब एक हैं. राजस्थान से जुड़े मुद्दों पर सीएम गहलोत के दिल्ली दौरे के दौरान राहुल गांधी

के आवास पर प्रियंका की मौजूदगी में एआईसीसी की कमेटी की बैठक में. चर्चा होती थी।

उस कमेटी को सचिन पायलट की मांगों पर विचार करने के लिए कमेटी बताया जा रहा है,

क्योंकि अहमद पटेल की मौत के बाद उस कमेटी में सिर्फ केसी वेणुगपाल और अजय माकन

ही रह गए हैं. कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट समर्थकों को बंटवारे के

फॉर्मूले के मुताबिक जगह मिल सकती है.

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