न्यूज़ – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि मॉडिफाइड लॉकडाउन में आमजन यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करेंगे तो ही इसका फायदा उठा पाएंगे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में दी गई छूटें भी शर्तों के आधार पर ही हैं, इनका उल्लंघन होने पर छूट वापस भी ली जा सकती हैं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि सरकार का ध्यान कोरोना की रोकथाम और नियंत्रण के अलावा आमजन को होने वाली व्यवहारिक परेशानियों को कम करना है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान से लेकर डिलीवरी बॉय तक की परेशानियों को समझकर फैसले ले रही है, आमजन भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए गाइड लाइन का पालन करे। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई भी बिना मास्क ना निकले, बार-बार हाथ धोने, किसी भी लक्षण होने पर तुरंत जांच करवाने जैसे नियमों का पालन करे।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि लोगों को राहत देने के लिए चिकित्सा, गृह, सहकारिता, खाद्य, कृषि, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, पंचायतीराज, उद्योग, सूचना एवं जनसंपर्क, वन, ऊर्जा, सामाजिक न्याय सहित 16 विभागों को अनुमत किया गया है। आमजन से जुड़े इन विभागों द्वारा लोगों को राहत दी जा रही है। इसके अलावा औद्योगिक प्रतिष्ठानों, किसानों, होम डिलेवरी, माल परिवहन सेवा, भंडार गृह एवं गोदाम, ई-कॉमर्स, निर्माण संस्थाओं, कृषि आधारित संस्थानों सहित क्षेत्रों को भी लॉकडाउन में अनुमति दी गई है।
उन्होंने आमजन से आव्हान किया कि मॉडिफाइड लॉकडाउन के दौरान पूर्णतया अनुशासित रहते हुए व्यवहार करेंगे तो धीरे-धीरे कोरोना भी हमारी इच्छा शक्ति के आगे हारने लगेगा।