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POLITICAL PILOT PROJECT : कांग्रेस विधायक दल की दो दिन में दूसरी बैठक थोड़ी देर में

ChandraVeer Singh

जयपुर. राजस्थान प्रदेश में गहलोत सरकार पर संकट पांचवें दिन मंगलवार को भी जारी है। कल दिन भर सियासी ड्रामा चलता रहा। कांग्रेस ने इस मामले को निपटाने के लिए आज फिर विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें बगावत पर उतरे उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों को भी बुलाया गया है। हालांकि, सचिन खेमे से इसमें शामिल होने की अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। उधर, खबर है कि प्रियंका गांधी इस बैठक में शामिल हो सकती हैं।

Jaipur: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot (2nd R) with senior Congress leaders Randeep Surjewala, Avinash Pandey and K.C. Venugopal during a meeting with the party MLAs at his residence in Jaipur, Monday, July 13, 2020. PTI Photo
Jaipur: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot (2nd R) with senior Congress leaders Randeep Surjewala, Avinash Pandey and K.C. Venugopal during a meeting with the party MLAs at his residence in Jaipur, Monday, July 13, 2020. PTI Photo

सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कांग्रेस विधायकों की परेड कराई

इससे पहले, सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने विधायकों की परेड कराई थी। इस दौरान, उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुमत (101 विधायक) से ज्यादा 109 एमएलए हैं। वहीं, पायलट ने सोमवार शाम अपने विधायकों का वीडियो जारी किया। कहा कि उनके पास 19 विधायक हैं। हालांकि, वीडियो में 17 विधायक नजर आए। खेमे ने कहा कि गहलोत सरकार अल्पमत में है। फ्लोर टेस्ट कराए।

रियल अपडेट्स

राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने मंगलवार को कहा कि हम सचिन पायलट को दूसरा मौका दे रहे हैं, उनसे आज की विधायक दल की बैठक में भाग लेने के लिए कहा। मुझे उम्मीद है कि आज सभी विधायक आएंगे और नेतृत्व को एकजुटता देंगे और जिसके लिए राजस्थान के लोगों ने मतदान किया, हम सभी राज्य के विकास के लिए काम करना चाहते हैं।

राहुल, प्रियंका ने संपर्क साधा, लेकिन पायलट समझौते के लिए राजी नहीं

कांग्रेस पायलट को मनाने में जुटी रही। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा पी. चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने उनसे संपर्क किया। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पायलट समझौते को राजी नहीं हुए। उन्होंने राहुल गांधी के साथ मुलाकात से भी इनकार कर दिया। हालांकि, सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि पायलट ने शीर्ष नेतृत्व के समक्ष चार शर्तें रखी हैं।

प्रदेशाध्यक्ष का पद बरकरार रखने के अलावा गृह और वित्त विभाग दिए जाने की मांग भी शामिल

इनमें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पद बरकरार रखने के अलावा गृह और वित्त विभाग दिए जाने की मांग भी शामिल है। उधर, पायलट सीधे कुछ बोलने और ट्‌वीट करने के बजाय करीबियों से बयान दिला रहे हैं, ताकि पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उन पर कोई कार्रवाई न हो सके।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक से 19 गायब रहे

इधर सीएम आवास पर विधायकों की बैठक के समय सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर मांग की गई कि बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और बर्खास्त किया जाए। पायलट खेमे का दावा है कि विधायक दल की बैठक में जो 19 विधायक नहीं पहुंचे उनमें दीपेंद्र सिंह शेखावत, राकेश पारीक, जीआर खटाना, मुरारी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह शक्तावत, इंद्रराज सिंह गुर्जर, भंवर लाल शर्मा, विजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, पीआर मीणा, रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, रामनिवास गावड़िया, मुकेश भाकर, सुरेश मोदी, हरीश मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी व अमर सिंह जाटव शामिल हैं।

इनके अलावा जिन तीन निर्दलीय विधायकों को कांग्रेस ने अपनी संबद्धता सूची से हटाया था, उनके सहित करीब 30 विधायक हमारे साथ हैं।

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