उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में शामिल लोगों के लिए कड़ी सजा की मांग करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ ने केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर भी जांच की मांग की है। किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने कहा कि,'इस मामले में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ने अगर कोई गलतबयानबाजी किया है या इसमें उनका कोई रोल है तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। जो भी अपराधी है वहां तक कानून के हाथ पहुंचने चाहिए और उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा खालिस्तानियों, वामपंथियों की जो षंडयंत्र है वहां तक भी कानून के हाथ पहुंचने चाहिए। इस मामले में किसानों को बदनाम करने की जरूरत नहीं है। किसान ऐसा कृत्य नहीं कर सकते।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना में वामपंथियों,खालिस्तानियों, और नक्सलियों से जुड़े लोगों का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, इस हिंसा में लिप्त व्यक्ति किसान नहीं बल्कि वामपंथी और नक्सली विचारधारा के लोग थे। इन्हीं विचार धारा के लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। जिस तरह से उन लोगों ने पीट-पीटकर अन्य लोगों व किसानों की निर्मम हत्या कर दी उससे पता चलता है कि वह किसान नहीं हो सकते हैं।
चौधरी ने वामपंथी और नक्सलियों को इस घटना का जिम्मेदार बताते हुए उन्हें राष्ट्रविरोधी बताया और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग भी की है। जिस तरह से हत्याएं की गईं उसे देखकर लगता है कि यह किसी प्रोफेशनल जल्लाहों का काम है। सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए और मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि एमएसपी के मुद्दे पर आरएसएस ने भी देशव्यापी अंदोलन किया था। जो पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा था। आरएसएस ने बीते 8 सिंतबर को देशव्यापी आंदोलन एमएसपी के मुद्दे पर किया था। जिसमें 513 जिलों में 97 हजार से ज्यादा किसान धरने पर बैठे थे। जो की पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा था।
गौरतलब है कि,यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को हुई हिंसा में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चार किसानों की मौत वाहन से कुचलने से हुई जबकि तीन भाजपा कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार को बुरी तरह पीटकर मौत के घाट उतारा गया। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि उनका बेटा मौके पर मौजूद नहीं था। कुछ बदमाश विरोध कर रहे किसानों के साथ मिल गए और कार पर पथराव किया, जिससे दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। हम प्रत्येक जांच एजेंसी का सामना करने के लिए तैयार हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जो लोग दोषी होंगे, जिन्होंने साजिश रची है उन्हें किसी स्तर पर छोड़ा नहीं जाएगा।