न्यूज – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने बताया कि 1 जून (सोमवार) से राज्य का सबसे बड़ा सवाई मानसिंह अस्पताल नोन कोविड हो जाएगा। कोविड मरीजों का इलाज आरयूएचएस में किया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि शुरुआती दौर में कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए एसएमएस अस्पताल में कोविड से संक्रमितों के लिए ओपीडी, आईपीडी व इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाएं शुरू की गई थी। अब 1 जून से यहां दी जाने वाली सभी सेवाएं आरयूएचएस (राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय), प्रतापनगर में स्थानांतरित की जा रही हैं। विशेषज्ञ व समस्त स्टाफ वहां जाकर संक्रमितों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा सकेंगे।
डाॅ. शर्मा ने बताया कि चरक भवन में चलने वाले कोरोना ओपीडी को भी आगामी दिनों में फार्मेसी काॅलेज में स्थानांतरित किया जाएगा। तब तक यहां खांसी-जुकाम-बुखार से जुड़े मरीजों का उपचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फार्मेसी काॅलेज में स्थानांतरण के बाद यहां भी पूर्व की भांति चिकित्सा सुविधाएं जारी कर दी जाएंगी।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय में कोविड से जुड़े मरीजों और संक्रमितों का इलाज किया जा सकेगा। वहीं चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल में अन्य सामान्य बीमारियों का उपचार उपलब्ध रहेगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व जयपुरिया अस्पताल को भी नोन कोविड बनाया जा चुका है।