पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम में भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हारने के बाद ममता बनर्जी ने भवानीपुर से विधानसभा उपचुनाव लड़ा था। नतीजों के रुझानों से साफ है कि ममता बनर्जी रिकॉर्ड अंतर से जीत की राह पर हैं। दसवें दौर की मतगणना के अंत में ममता बनर्जी को 78 फीसदी वोट मिले, जबकि बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को 19 फीसदी और सीपीएम उम्मीदवार श्रीजीब विश्वास को केवल 2 फीसदी वोट मिले।
आपको बता दें कि ममता बनर्जी पिछले दो चुनावों में अपनी गृह सीट भवानीपुर से जीतती रही हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ी थीं और उन्हें शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली। वहीं टीएमसी ने 213 सीटें जीती थीं और ममता बनर्जी तीसरी बार सीएम बनी थीं।
2021 में इस सीट से टीएमसी के शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने चुनाव लड़ा था। शोभनदेव को 73,505 वोट मिले। यह कुल वोट का 57.71 फीसदी था। वहीं बीजेपी की रुद्रानी घोष को 44,786 वोट मिले जो 35.16 फीसदी है। कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। उनके प्रत्याशी श्री शादाब खान को मात्र 5,211 मतों से संतोष करना पड़ा। हालांकि शोभनदेब ने ममता बनर्जी के लिए इस सीट से इस्तीफा दे दिया था और उनके इस्तीफे के कारण भवानीपुर में उपचुनाव हो चुके हैं।
2011 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने वामपंथियों के 34 साल पुराने किले को ध्वस्त कर दिया था। कांग्रेस के साथ गठबंधन में, टीएमसी ने वाम मोर्चे के गढ़ पर कब्जा कर लिया, 226 सीटें (टीएमसी 184, कांग्रेस 42) जीती। भवानीपुर सीट से टीएमसी के सुब्रत बख्शी जीते। सुब्रत बख्शी को 87903 (64.77 फीसदी वोट) और सीपीएम से हारने वाले नारायण प्रसाद जैन को 37967 वोट मिले। सुब्रत बख्शी ने 49936 मतों (कुल वैध मतों का 36.79%) से चुनाव जीता। इस सीट से ममता ने उपचुनाव लड़ा था।
उपचुनाव में ममता बनर्जी ने सीपीएम की नंदिनी मुखर्जी को करीब 95 हजार वोटों से 77.46 फीसदी वोटों से हराया। यानी ममता बनर्जी को 12.69 फीसदी ज्यादा वोट मिले थे, लेकिन 5 साल बाद अगर 2016 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो ममता बनर्जी की जीत का अंतर काफी कम हो गया है। ममता बनर्जी को 65,520 वोट मिले। यानी 2011 में उन्हें अपनी जीत के अंतर से 30 हजार कम वोट मिले थे। कांग्रेस की दीपा दास मुंशी को 40,219 वोट मिले। इस बार दीदी 25,301 वोटों से जीतीं लेकिन उन्हें 2011 के मुकाबले 29.79 फीसदी कम (47.67 फीसदी) वोट मिले। इस चुनाव में बीजेपी के चंद्र कुमार बोस को 26291 वोट मिले।
2016 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो ममता बनर्जी की जीत का अंतर काफी कम हो गया है। इस बार ममता को 65,520 वोट मिले। यानी 2011 में उन्हें अपनी जीत के अंतर से 30 हजार कम वोट मिले थे। कांग्रेस की दीपा दास मुंशी को 40,219 वोट मिले। इस बार दीदी 25,301 वोटों से जीतीं लेकिन उन्हें 2011 के मुकाबले 29.79 फीसदी कम (47.67 फीसदी) वोट मिले। इस चुनाव में बीजेपी के चंद्र कुमार बोस को 26291 वोट मिले।