न्यूज – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने की तरफ निरंतर अग्रसर हैं। जहां किसानों के लिए उन्नत बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं तो किसान सम्मान निधि के जरिए आर्थिक सहयोग भी। इधर कोविड-19 की मार से बेजार किसानों के लिए केंद्र सरकार की लागू किसान सम्मान निधि एक सहारा है।
Image Credit – news18
वर्तमान में खरीफ सीजन में धान के बेहन डालने व धान की रोपाई करने के लिए किसानों को सबसे ज्यादा आर्थिक मदद की आवश्यकता है। ऐसे में पंजीकरण के दौरान हुई चूक के चलते हजारों की तादाद में किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये की सम्मान राशि नहीं जा पाई। ऐसे में किसान खुद जिम्मेदारी उठाएं और जनसेवा केंद्र के माध्यम से व खुद आधार कार्ड के मुताबिक संशोधन कर जल्द निधि की किश्त प्राप्त करें।
कोविड-19 के चलते पूरी अर्थ व्यवस्था बेपटरी है। खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की खेती कैसे हो इसके लिए किसान परेशान हैं। ऐसे में कोरोना महामारी से जूझ रहे किसानों के लिए मोदी सरकार की किसान सम्मान निधि एक सहारा है। इसमें अभी तक जहां लगभग 1.90 लाख किसानों को दो-दो हजार की दो किश्तें मिल गई हैं, तो किसानों की एक बड़ी तादाद अब भी इंतजार में है। वहीं हजारों ऐसे भी किसान हैं कि जिनके खाते में निधि जा ही नहीं पाई है। केंद्र सरकार लगातार किसानों को मौका दे रही है कि वे खुद आधार कार्ड के अनुसार अपने पंजीकरण में संशोधन करा लें। अब किसान खुद की मोबाइल पर या जनसेवा केंद्र पर जाकर अपना डाटा चेक कर सकते हैं और आधार कार्ड के मुताबिक कहीं गलती है तो संशोधन भी करा सकते हैं।
कृषि विभाग द्वारा जनपद के 72 हजार किसानों का डाटा विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। इसके बावजूद केंद्र सरकार के वेबसाइट पर यह शो नहीं कर रहा है। इसके चलते इन किसानों को निधि की किश्त नहीं मिल पा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि जून-जुलाई में वेबसाइट पर यह दिखने लगेगा और किश्त खातों में जाएगी।