News

विश्व में खाने की कमी से जूझ रहे लोगों की संख्या दोगुनी हो सकती है – UN

savan meena

न्यूज – विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियों और लॉकडाउन को धीरे-धीरे ही हटाया जाए।

डब्ल्यूएचओ की चेतावनी ऐसे वक़्त में आई है जब कई देश अपने यहां से या तो लॉकडाउन हटाने पर विचार कर रहे हैं या आंशिक रूप से पाबंदियां हटा चुके हैं।  डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को कहा कि अगर हड़बड़ी में और सही समय से पहले लॉकडाउन हटाया गया तो ये कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है।

डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक (पश्चिमी-प्रशांत) ताकेशी कसाई ने कहा, "कम से कम जब तक कोई वैक्सीन नहीं बन जाती या कोई इलाज नहीं ढूंढ लिया जाता, लॉकडाउन हमारे लिए 'न्यू नॉर्मल' हो जाना चाहिए क्योंकि इससे फ़ायदों के प्रमाण मिले हैं।

वही संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम ने चेताया है कि कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में खाने की कमी का सामना कर रहे लोगों की संख्या दोगुनी हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम ने कहा है, "2020 में खाने की कमी का सामना करने वाले लोगों की संख्या 26.5 करोड़ होगी जो 2019 में 13.5 करोड़ से 13 करोड़ अधिक होगी, इसकी मुख्य वजह कोविड-19 के कारण पड़ने वाला आर्थिक असर है"

यह चेतावनी तब आई है जब विश्व खाद्य कार्यक्रम और उसके दूसरे सहयोगियों ने विश्व में खाद्य संकट पर एक नई रिपोर्ट जारी की है। खाद्य संकट पर चौथी सालाना वैश्विक रिपोर्ट में पाया गया है कि कोरोना वायरस की महामारी फैलने से पहले खाद्य असुरक्षा शीर्ष स्तर पर थी।

खरगे ने पीएम मोदी पर कसा तंज, कहा- "आपमें एक तरह की चिंता और बेचैनी है"

इस आसन से छूमंतर हो जाएगा स्ट्रेस, करें रूटीन में शामिल

Deepika Padukone ने शेयर किया सिंघम लुक, फैंस होने वाले 'बेबी' के लिए भेज रहें तोहफे

Lokshabha Elections 2024: श्याम रंगीला ने मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का किया ऐलान

Panchayat 3: 'पंचायत' के तीसरे सीजन के रिलीज डेट का हुआ ऐलान, इसी महीने देगी दस्तक