News

400 विकेट 8000 से ज्यादा रन बनाने वाला खिलाड़ी बस धोकर कर रहा है गुजारा

क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जो अपने करियर के दौरान जब तक मैदान पर रहे हैं विरोधी टीम की शामत रही है लेकिन जैसे ही संन्यास या किसी अन्य वजह से उनका और मैदान का साथ छूटा वैसे ही उनकी किस्मत भी उनसे रूठ जाती थी।

Sidhant Soni

न्यूज़- क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जो अपने करियर के दौरान जब तक मैदान पर रहे हैं विरोधी टीम की शामत रही है लेकिन जैसे ही संन्यास या किसी अन्य वजह से उनका और मैदान का साथ छूटा वैसे ही उनकी किस्मत भी उनसे रूठ जाती थी। अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से मैच का पासा पलटने वाले इन खिलाड़ियों की किस्मत भी अचानक से पलट जाती थी और देश के लिये इतना नाम कमाने वाले खिलाड़ी पैसो की तंगी से जूझते हुए छोटे-छोटे काम करने को मजबूर हो जाते हैं। साल 2000 में भारत के हाथों आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब छीनने वाले न्यूजीलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी क्रिस केर्न्स की मौजूदा हालत भी कुछ ऐसी ही है।

1989 में न्यूजीलैंड की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले क्रिस केर्न्स का करियर काफी शानदार रहा है। वह अपने हरफनमौला खेल के चलते मैच का पासा पलटने के लिये काफी मशहूर थे।

न्यूजीलैंड के इस दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी ने अपने करियर के दौरान 62 टेस्ट और 215 वनडे मुकाबलों में शिरकत की, जिसमें उन्होंने 3320 टेस्ट रन और 4950 वनडे रन बनाये। इस दौरान अपनी गेंदबाजी से भी उन्होंने काफी प्रभावित किया और 218 टेस्ट विकेट और 201 वनडे विकेट भी झटके। टेस्ट क्रिकेट में क्रिस ने 13 बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया जबकि एक बार मैच में 10 विकेट भी हासिल किये। अगर उनके घरेलू क्रिकेट के प्रदर्शन को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के साथ मिला दिया जाये तो वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 21 हजार से ज्यादा रन बनाए और 1100 से ज्यादा विकेट लिये।

अपने करियर के दौरान इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड को कई शानदार मैच जिताने का काम किया लेकिन साल 2000 में भारत के हाथों से आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी की जीत को छीनने का श्रेय इसी खिलाड़ी को जाता है। साल 2000 में इस टूर्नामेंट को आईसीसी नॉकआउट कप के नाम से जाना जाता था जिसमें भारत और न्यूजीलैंड फाइनल में खिताब के लिये एक-दूसरे से भिड़े थे। सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने इस मैच में जबरदस्त बल्लेबाजी की और गांगुली के 117, सचिन के 69 रनों की पारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 264 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में कीवी टीम ने महज 109 रन पर अपने 4 विकेट खो दिये थे।

भारत को उम्मीद थी कि वह इस मैच को जीत जायेगा लेकिन क्रिस ने नाबाद 102 रनों की पारी खेलकर भारत के हाथों से मैच छीन लिया और न्यूजीलैंड की टीम को इकलौता आईसीसी खिताब जिताया।

क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद क्रिस केर्न्स को इंडियन क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा, जिसे उन्होंने पूरी तरह से नकार दिया था। उन पर यह आरोप कीवी टीम के पूर्व क्रिकेटर लुऊ विसेंट और पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकलम ने लगाये थे कि क्रिस केर्न्स ने उन्हें फिक्सिंग का ऑफर दिया था। लुई विंसेंट को आगे चलकर मैच फिक्सिंग में दोषी पाया गया, लेकिन क्रिस केर्न्स पर कभी भी यह आरोप साबित नहीं हो सके।

मैच फिक्सिंग के आरोपों के बाद क्रिस के आर्थिक हालात काफी खराब हो गये और परिवार को पालने के लिये उन्हें ऑकलैड के एक शेल्टर होम में बस धोने का काम करना पड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने ऑकलैंड नगरपालिका के लिए ट्रक चलाने का काम भी किया। मौजूदा समय में वह एक गुमनाम क्रिकेटर की जिंदगी जी रहे हैं। वो ना ही सोशल मीडिया पर दिखाई देते हैं और ना ही न्यूजीलैंड के अखबारों की सुर्खियां बनते हैं। देश के लिये इतना नाम कमाने वाला खिलाड़ी कभी ऐसी जिंदगी जीने को मजबूर होगा यह शायद ही कभी किसी ने सोचा होगा।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार