वाराणसीः यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है | हर दिन राजनीति में नया फेरबदल देखने को मिल रहा है। पार्टियां अलग-अलग दलों के साथ गठबंधन करने के लिए घोषणााओं का ऐलान कर रहे हैं। इसी क्रम में सुभसपा ने भी समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिलाने का ऐलान कर दिया है। जिस पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा है।
बता दें कि सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने बुधवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिसके बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस गठबंधन को साकार करने का ऐलान किया है, जिससे राजनीतिक हलचल काफी बढ़ गई है। ओमप्रकाश राजभर के ऐलान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है।
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने अखिलेश यादव संग ओमप्रकाश राजभर के मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे लोगों का नजरिया कभी साफ नहीं हो सकता। ओमप्रकाश राजभर किस चरित्र की पराकाष्ठा को पार कर रहे हैं। हमें लगता है ये उन्हें भी नहीं पता। उन्हें वर्तमान समय में कोई राजनीतिक दल, बीजेपी और जनता गंभीरता से नहीं लेती. क्योंकि उनके कृत्यों और स्वयं वो गंभीर व्यक्ति नहीं है। वह सिर्फ मीडिया के लिए एक मनोरंजन का साधन हैं।
बता दें कि 2017 के चुनाव में ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन किया था। वहीं अखिलेश यादव की पार्टी ने अन्य दल के साथ गठबंधन किया था और सरकार में ओमप्रकाश राजभर कैबिनेट मंत्री भी रहे। उन्होंने बाद में खुदको इस गठबंधन से अलग कर लिया और वर्तमान में ओवैसी के साथ भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया। साथ ही भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए अन्य दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं।