चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 'दो मई, दीदी गईं', लेकिन हो गया इसका उल्टा। दीदी एक बार फिर भारी बहुमत के साथ बंगाल की सत्ता में आ चुकी हैं। दीदी की जीत प्रचंड है, लेकिन यह चुनाव कुछ मायनों में अलग है। 2011 और 2016 में जीत हासिल करने के बाद उन्हें लेफ्ट-कांग्रेस का जो विपक्ष मिला, वह बहुत कमजोर था और ममता को कभी भी विपक्ष की ओर से चुनौती नहीं मिली, लेकिन इस बार सामने विपक्ष के तौर पर भाजपा है और केंद्र में उसकी सत्ता भी है।
बंगाल चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद राजस्थान में भी सियासी
बयानबाजी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बंगाल चुनाव
परिणाम को पीएम मोदी और बीजेपी की हार करार दिया था। अब नेता
प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री गहलोत पर पलटवार किया है।
गुलाबचंद कटारिया ने कहा- दूसरों पर बात बनाना बहुत आसान होता है। आप खुद की पार्टी पर भी दो शब्द बोलिए। बंगाल चुनाव में कांग्रेस 'ऑल आउट' हो चुकी है। देशभर में कांग्रेस पतन की ओर बढ़ रही है। मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेसी इस पर चुप्पी साधे बैठे हैं। जबकि कांग्रेस की वजह से वह आज इस मुकाम पर हैं। ऐसे में उन्हें खत्म होती कांग्रेस की चिंता करनी चाहिए।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तृणमूल कांग्रेस की जीत पर खुशी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि इस चुनाव में जनता ने भारतीय जनता पार्टी की पिटाई की है। इसके बाद अब बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री गहलोत पर पलटवार करना शुरू कर दिया है।