कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों के बीच राज्य में बैठकों का दौर भी जारी है | सीएम गहलोत के बाद अब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है | ऐसे में माना जा रहा है कि राज्य में कैबिनेट का विस्तार लगभग तय है | सूत्रों की माने तो कैबिनेट विस्तार और फेरबदल का फॉर्मूला भी तैयार कर लिया गया है। वहीं सीएम गहलोत के साथ मिलकर किन मंत्रालयों को बदला जा सकता है, इसकी रूपरेखा भी तय की गई है | बड़ी बात यह है कि इस फेरबदल में पायलट कैंप के करीब 4 से 5 लोगों के भी शामिल होने की बात कही जा रही है |
गौरतलब है कि दिल्ली के अपने दौरे के बाद सीएम गहलोत ने यह भी स्पष्ट किया है कि उनसे राजस्थान के संबंध में जानकारी एकत्र की गई थी | इसलिए उन्होंने इस संबंध में आलाकमान को सूचित कर दिया है | अपने हालिया बयान में सीएम गहलोत ने कहा है कि "इस राजस्थान के बारे में मुझसे पूछताछ की गई थी, मैंने इस संबंध में पार्टी आलाकमान को जानकारी दी है। साथ ही, कैबिनेट फेरबदल और विस्तार का निर्णय उन पर छोड़ दिया गया है। हम जो भी शीर्ष पर हैं उसे स्वीकार करेंगे। नेतृत्व फैसला करता है।"
जानकारों की माने तो राज्य सरकार में हो रहे बदलावों में पायलट खेमा भी एक बार फिर से मजबूत होता दिखाई देगा | जहां पायलट खेमे के चार से पांच चेहरों को कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है | वहीं उनके लोग राजनीतिक नियुक्तियों में भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि सचिन पायलट फिर से राज्य मंत्रिमंडल में जगह लेंगे, लेकिन इसकी संभावना न के बराबर बताई जा रही है | जी हां, माना जा रहा है कि फेरबदल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाने के साथ ही पायलट समर्थकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है |
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट काफी संतुष्ट नजर आए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान, सरकार, संगठन और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई है पायलट ने यह भी उम्मीद जताई कि सुलह समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें जल्द ही सामने आ जाएंगी। उन्होंने मीडिया से कहा कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं | पायलट के मुताबिक एक साल पहले उन्होंने जो कहा था उस पर आलाकमान कार्रवाई कर रहा है और जल्द ही फैसला लिया जाएगा |
जानकारों के मुताबिक राजस्थान में कैबिनेट फेरबदल और विस्तार का मुख्य आधार एक व्यक्ति, एक पद के रूप में तय किया गया है | इसलिए माना जा रहा है कि फिलहाल गहलोत कैबिनेट में शामिल चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी जाने का फैसला कर लिया है, वे ही संगठन में अपनी भूमिका निभाएंगे |