टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने देश को गर्व करने का मौका दिया है। 41 साल बाद देश ने वो पल भी देखा जब हॉकी के दिग्गजों ने भारत के सिर पर पदकों की चमक बिखेर दी। इस सफलता के बीच पर्दे के पीछे से एक नाम सामने आया- नवीन पटनायक। ओडिशा की सीएम ने एक मिसाल पेश की जो बेनजीर हैं। जब खिलाड़ियों के कंधों पर हाथ रखने की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ी तो नवीन पटनायक आगे आए। अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इसी तर्ज पर कदम रखा है।
नवीन पटनायक ने तीन साल पहले हॉकी के लिए पहल की थी। वह दौर था जब भारतीय खेल प्रेमियों के दिलो-दिमाग से राष्ट्रीय खेल हॉकी गायब हो रही थी। लेकिन ओडिशा के सीएम ने मुश्किल समय में हॉकी के जज्बे को कम नहीं होने दिया। अब खेलों को लेकर योगी सरकार का ताजा कदम उम्मीद बढ़ाने वाला है।
यूपी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कुश्ती समेत दो खेलों को अपनाने का फैसला किया है। खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ-साथ इस तरह के फैसले खेलों की बेहतरी के लिए बेहद जरूरी हैं। यह फैसला योगी सरकार की मंशा को दर्शाता है। लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में सीएम योगी के इस ऐलान से साफ हो गया कि उनकी सरकार खेल और खिलाड़ियों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सबसे बड़ा कदम उठाने से नहीं चूकेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में ओलंपिक पदक विजेता के सम्मान समारोह में कहा, 'उत्तर प्रदेश सरकार दो खेलों को अपनाएगी। अगले दस वर्षों के लिए उन्हें वित्तपोषित करेंगे। इसमें से एक कुश्ती है और दूसरा हमारा खेल विभाग है, जिसमें हम खिलाड़ियों को अगले दस वर्षों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उनके प्रशिक्षण के लिए और उन्हें सभी प्रकार की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पूरी धनराशि उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए कुश्ती के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ में कुश्ती अकादमी भी खोलेगी। कुश्ती महासंघ ने हमारे सामने भी प्रस्ताव रखा था और हमने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कुश्ती महासंघ के इस प्रस्ताव को राज्य सरकार ने अपनी सहमति दे दी है।'
सीएम योगी ने यह भी घोषणा की है कि राज्य सरकार मेजर ध्यानचंद के नाम पर एक खेल विश्वविद्यालय भी स्थापित करेगी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के हर गांव में खेल मैदान के निर्माण पर तेजी से काम कर रही है, मेरठ में भी खेल विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। राज्य सरकार मेजर ध्यानचंद के नाम पर एक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करेगी।'
यूपी सरकार खेल प्रतियोगिताओं में तेजी लाने और राज्य को खेलो इंडिया के तहत अग्रणी बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। अब तक 71 स्टेडियम, 2 मिनी स्टेडियम, 68 बहुउद्देशीय हॉल, 38 स्विमिंग पूल आदि का निर्माण किया जा चुका है।
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'कोविड-19 महामारी के बीच हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और हमारे ओलंपिक इतिहास में अब तक भारत को सबसे ज्यादा मेडल दिलाने में जो योगदान है वह अविस्मरणीय है, यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में 18 खेलों में एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य सहित कुल सात पदक जीते हैं। इन खेलों में उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों ने भी भाग लिया।
भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को 5-4 से हराकर चार दशक बाद इतिहास रच दिया। इस जीत को भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर में वापसी के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, ओडिशा सरकार ने 2018 में हॉकी इंडिया के साथ 5 साल का करार किया था। इसके तहत सभी राष्ट्रीय टीमों-जूनियर, सीनियर, पुरुष और महिला को स्पॉन्सरशिप करने के लिए करीब 150 करोड़ रुपये की डील साइन की गई। यह समझौता 2023 तक है। इसके अलावा, ओडिशा सरकार विश्व स्तरीय प्रशिक्षण, पुनर्वसन सुविधाओं, अभ्यास पिचों और टूर्नामेंट के माध्यम से हॉकी को नया जीवन दे रही है
टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर लौटी हॉकी टीम को 17 अगस्त को भुवनेश्वर में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में बोलते हुए हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में, हमने भले ही कांस्य पदक जीता हो लेकिन सच्चाई यह है कि यह भारत का पदक है। यह माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से राष्ट्र के लिए एक उपहार है, जिनकी दूरदृष्टि और प्रोत्साहन ने हमें 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीतने के हमारे सपने को साकार किया।महिला हॉकी टीम ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान हासिल किया।
भारत ने इससे पहले 1980 के मास्को ओलंपिक में हॉकी में पदक जीता था। तब भारतीय टीम ने गोल्ड मेडल जीता था।सम्मान समारोह में बोलते हुए, नवीन पटनायक ने कहा, "हम ओडिशा में उत्साहित हैं कि हॉकी इंडिया के साथ हमारे जुड़ाव ने देश को यह शानदार उपलब्धि दिलाई है। मेरा मानना है कि ओडिशा और हॉकी को एक दूसरे का पर्याय बना दिया गया है। हम हॉकी इंडिया के साथ अपनी साझेदारी जारी रखेंगे। ओडिशा अगले 10 वर्षों तक भारतीय हॉकी टीमों का स्पॉन्सरशिप करना जारी रखेगा।"