वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के समय में क्रिकेट शुरू करना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। लेकिन अब विश्व निकाय के सामने एक नई मांग यह आ रही है कि टेस्ट मैच के दौरान कोरोना से संक्रमित होने वाले खिलाड़ी को बदल दिया जाए। आईसीसी के वर्तमान नियमों के अनुसार, एक मैच में एक सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी को केवल तभी अनुमति दी जाती है, जब किसी खिलाड़ी को सिर में चोट लगी हो और वह अब खेल में न हो। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में कोरोना वायरस प्लेयर प्रतिस्थापन की अनुमति देने के लिए आईसीसी के समक्ष एक मांग उठाई है।
ईसीबी को उम्मीद है कि इन श्रृंखलाओं की इस मांग से समझौता किया जाएगा। इंग्लैंड को जुलाई और अगस्त में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान की मेजबानी करनी है। वेस्टइंडीज बोर्ड ने इंग्लैंड दौरे के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, जबकि पाकिस्तान बोर्ड ने ECB के साथ सकारात्मक बातचीत की है। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि यह प्रक्रिया कैसे काम करेगी और क्या इसमें खिलाड़ियों का परीक्षण भी शामिल होगा। ईसीबी का कहना है कि यह मांग केवल टेस्ट क्रिकेट के लिए है। कोरोना के समय के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, ICC ने पहले गेंद पर गेंदबाज के मुंह में लार न डालने की सिफारिश की थी।