बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल युनाइटेड (JDU) गठबंधन की सरकार को शपथ लिए अभी अधिक समय नहीं बीता है, लेकिन बगावत खुलकर सामने आ गई। यह बगावत की है आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सुधाकर सिंह ने। बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे की घोषणा आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने खुद की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अब बलिदान देने का समय आ गया है।
सुधाकर सिंह ने पहले नीतीश कुमार शासन में अधिकारियों के बोलबाले का आरोप लगाते हुए खुले मंच से भ्रष्टाचार के लिए घेरा। इसके बाद वे कैबिनेट की बैठक से गुस्से से बाहर निकल गए और बाद में एक दिन खबर आई कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से त्याग पत्र देने के बाद से जगदानंद सिंह ने कहा था की लंबी लड़ाई लड़ने के लिए त्याग करना पड़ता है।
बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद से जगदानंद सिंह लगातार पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। कई दिनों से वह पार्टी दफ्तर भी नहीं जा रहे हैं। हालांकि, आज खबर आई कि उनकी नाराजगी पार्टी ने दूर कर ली है। वह अब पार्टी दफ्तर पहले की तरह जाएंगे।
जगदानंद सिंह की नाराजदी दूर होने की खबर के बीच सुधाकर सिंह ने एकबार फिर नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने कैमूर में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए खुले मंच से नीतीश कुमार को तानाशाह बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी की सरकार के मंत्री की हैसियत चपरासी की है। वह सिर्फ मुहर लगा सकते हैं। इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं।
सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के मिशन-2024 पर भी करारा प्रहार किया और कहा कि नीतीश कुमार पीएम बनने के लिए बेचैन हैं। वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि स्वर्ग जाने का रास्ता प्रधानमंत्री पद से होकर ही जाता है। इसलिए प्रधानमंत्री बना दो ताकि स्वर्ग में भी जगह मिल जाए।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि कृषि विभाग के सभी पदाधिकारी चोर हैं और मंत्री होने के नाते वे खुद चोर के सरदार हैं। सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार के कृषि रोडमैप पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में कुछ नहीं हुआ है। जदयू नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने के बावजूद सुधाकर सिंह अपने स्टैंड पर कायम रहे और उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
सुधाकार सिंह ने बीते दिनों नीतीश कुमार और उनकी शासन व्यवस्था पर तो जरूर सवाल उठाया, लेकिन एकबार भी लालू या तेजस्वी यादव के खिलाफ कुछ नहीं बोला। उनके पिता जगदानंद सिंह ने भी बेटे के इस्तीफे के बाद नाराजगी तो जरूर दिखाई है, लेकिन उन्होंने अभी तक बगावत का रास्ता नहीं अपनाया है।
आरजेडी नेताओं की पिता-पुत्र की जोड़ी के हालिया बयानों से यह तो साफ है कि इन्हें तेजस्वी यादव से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन वे नीतीश कुमार के रुख से काफी नाराज चल रहे हैं। बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से त्याग पत्र देने के बाद से जगदानंद सिंह ने कहा था की लंबी लड़ाई लड़ने के लिए त्याग करना पड़ता है।
इसके बाद वह लालू यादव से मिलने के लिए पटना से दिल्ली के लिए निकले, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे। इसके बाद आरजेडी के राष्ट्रीय सम्मेलन से भी वह दूर रहे। इस बीच आरजेडी के दलित चेहरा शिवचंद्र राम की लालू यादव के साथ तस्वीर सामने आई। कहा जाने लगा कि जगदानंद सिंह हटेंगे और उनके स्थान पर शिवचंद्र राम प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे।