बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज, अस्पताल (डीएमसीएच) के मेडिकल छात्रों और दुकानदारों के बीच शुक्रवार की देर रात हुए विवाद ने झड़प का रूप ले लिया. इस झड़प के दौरान दवा की तीन दुकानों में आग लगा दी गई साथ ही दुकान के सामने खड़ी दो कारों और एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और दोनों की तरफ से जमकर पथराव हुए. इस घटना में करीब 12 लोगों के घायल हो गए.
लगी आग को बुझाने के क्रम में अग्निशमन दस्ते के तीन कर्मी भी जख्मी हो गए. घटना के बाद से पूरा दरभंगा मेडिकल कॉलेज परिसर पुलिस छावनी में बदल गया है.
कारवाई के डर के चलते शनिवार को मेडिकल छात्र ड्यूटी पर नहीं गए. घटना से आक्रोशित लोगों ने दरभंगा-लहेरियासराय मार्ग को आठ घंटे तक जाम रखा. साथ ही दरभंगा एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की अपील पर घटना के विरोध में दवा दुकानें भी पूरी तरह बंद रहीं.
"शुक्रवार की रात कुछ मेडिकल छात्र मैगी लेने के लिए दुकान पर गए थे. इसी बीच किसी बात को लेकर बगल के दवा दुकानदार से उनकी कहासुनी हो गई. इसके बाद कई और छात्र घटनास्थल पर पहुंचे और नौबत मारपीट तक पहुँच गई. स्थानीय लोगों की पहल पर पहले मामला सुलझा लिया गया, लेकिन इसके थोड़े ही देर बाद छात्र वहां पहुंचे. जमकर आगजनी हुई."स्थानीय पत्रकार के अनुसार
इस घटना के कारण शनिवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज की चिकित्सकीय व्यवस्था पूरी तरह खराब रहीं. सुबह से ही कॉलेज परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही.
"मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर आगे की कारवाई की जा रही है. दुकानदारों की ओर से भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. घटना से जुड़े सात लोगों को चिह्नित किया गया है और दो दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है."अशोक कुमार प्रसाद, पुलिस अधीक्षक दरभंगा
वही दूसरी और दरभंगा मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर एचएस मिश्रा का कहना है शनिवार को हॉस्टल खाली के आदेश जारी कर दिए गए है और कहा कि तनावपूर्ण माहौल की वजह से 21 मार्च तक हॉस्टल बंद रहेगा. केवल उन्ही छात्रों को हॉस्टल में रहने की अनुमति दी गई है जिनकी परीक्षा है.