2019 चुनाव के दौरान 5 करोड़ लेकर भी चुनाव लड़ने के लिए टिकट न देने के आरोप मे पटना की एक अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव उन्ही बहन मीसा भारती ,कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ,कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठोड समेत कुल ६ लोगों पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। RJD और कांग्रेस ने आरोपों को निराधार बता कर अपने नेताओ का बचाव किया। वही JDU ने इस मामले को लेकर दोनों राजनैतिक दलों पर निशाना साधा।
संजीव कुमार सिंह पेशे से वकील और कांग्रेस के नेता हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान इन्होने भागलपुर से सांसद पद के टिकट के लिए 5 करोड़ रुपये देने का दवा किया। संजीव कुमार के अनुसार ये पैसे उन्होने तेजस्वी यादव, मीसा भारती, मदन मोहन झा और राजेश राठौर को दिए जिसके बदले मे इन्हे टिकट मिलाने का आश्वाशन मिला। लेकिन बाद मे टिकट नहीं मिला जिस पर संजीव कुमार ने 18 अगस्त 2021 को पटना सीजीएम कोर्ट मे शिकायत दर्ज कराई । ऐसी केस की सुनवाई मे कोर्ट ने FIR दर्ज करने का आदेश जारी कर दिए है।
RJD पर निशाना साधते हुए JDU एमएलसी नीरज कुमार ने ट्वीट किया ,
"कहा जाता है बुरा, का परिणाम बुरा, ही होता है. कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं. वंशवादी राजद पार्टी में पैसे के बदले टिकट का धंधा करने वाले अब राजनीति को पता नहीं किस निम्न स्तर तक पहुचाएंगे. एक कहावत है'अपने जोगी नंगा तो का दिए वरदान' राजद और कांग्रेस पर सटीक बैठता नजर आ रहा है."
इस मामले पर RJD प्रवक्ता चितरंजन गगन ने इस आरोप को पार्टी को बदनाम करने की साजिश करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठोड ने तो संजीव सिंह को पार्टी के सदस्य होने से ही इंकार कर दिया। साथ ही आरोपों का जवाब कोर्ट में देने की बात कही।