राजस्थान के दो मुस्लिम युवकों की हत्या के आरोपी गोरक्षक मोनू मानेसर के समर्थन में लगातार महापंचायत की जा रही है। बुधवार को मेवात क्षेत्र के हथीन में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना का दावा है कि हथीन में 50,000 से अधिक की भीड़ जुटाएगी। साथ ही कहा कि मोनू को फंसाने की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। एक दिन पहले मंगलवार को भी मानेसर में मोनू के पक्ष में महापंचायत हुई थी।
हथीन में होने वाली महापंचायत को लेकर कई संगठनों ने तैयारी कर ली है। इसमें गुरुग्राम, रेवाड़ी, नारनौल, पलवल, मेवात और फरीदाबाद के लोग शामिल होंगे। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने मोनू मानेसर के समर्थन में भारी भीड़ जमा होने का दावा किया है।
लोगों का कहना है कि साजिश के तहत मोनू मानेसर को फंसाया जा रहा है, लेकिन वह साजिशकर्ताओं के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे, क्योंकि मोनू मानेसर का इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल, गुरुग्राम के मानेसर गांव में मंगलवार को ही हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया था। जिसमें भारी भीड़ उमड़ी। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस को चेतावनी दी गई कि अगर राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर और उसके भाइयों को परेशान करने आएगी तो वे अपने पैरों पर तो आ जाएंगे लेकिन अपने पैरों पर दोबारा नहीं जा पाएंगी।
इसके साथ ही राजस्थान पुलिस भी मोनू के घर छापेमारी करने मानेसर पहुंची थी, लेकिन इससे पहले ही भीड़ का गुस्सा देख पुलिस को वापस लौटना पड़ा। बाद में मोनू के समर्थकों ने हाइवे पर भी जाम लगा दिया।
राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी इलाके के घाटमिका गांव निवासी नसीर (28) और जुनैद (33) को 15 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक बोलेरो में अगवा कर जिंदा जला दिया गया था। इस मामले में दोनों के परिजनों ने आरोप लगाया था। हत्या में बजरंग दल और फिरोजपुर-झिरका पुलिस के शामिल होने का आरोप है।
इस मामले के एक अन्य आरोपी गौरक्षक श्रीकांत के घर राजस्थान पुलिस ने 17 फरवरी को नूंह जिले में छापा मारा था। इस दौरान राजस्थान पुलिस पर श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को घायल करने का आरोप लगा था। जिसमें अब राजस्थान पुलिस के खिलाफ नूंह के नगीना थाने में भी मामला दर्ज किया गया है। जिससे अब दोनों राज्यों की पुलिस आमने-सामने आ गई है।