डेस्क न्यूज़ – जोधपुर पुलिस का एक चालान सुर्खियां में आ गया है। यहां के बासनी पुलिस थाना प्रभारी ने अपनी टीम के साथ एक ठेले पर सब्जी बेचने वाली महिला का न केवल चालान काटा, बल्कि उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर भी लिया। वहीं, शहर के कई बड़े दुकानदार और शराब विक्रेता बैकडोर दरवाजे से जमकर व्यापार कर रहे हैं। पुलिस उनकी तरफ देखने की हिम्मत नहीं कर पा रही है। लोग सोशल मीडिया पर पुलिस की इस हरकत पर सवाल उठा रहे हैं।
कोरोना रोकने के लिए, पुलिस जन
जागृति पखवाड़े की लॉकडाउन में प्रयास
कर रही है कि लोग अपने घरों में रहें और
बाहर न निकलें। इसके लिए पुलिस
बड़ी संख्या में चालान और जुर्माना वसूल रही है। लेकिन इस खेल में बड़े खिलाड़ी आराम से अपना काम कर रहे हैं।
पुलिस की नजर छोटे दुकानदारों पर पड़ रही है। बासनी में ठेला लगाकर सब्जी बेचने वाली 60 वर्षीय संतोष घांची पुलिस के इस खेल का शिकार हो गई। बासनी इलाके में स्थित सरकारी स्कूल के पीछे सब्जियां बेचते हुए, पुलिस ने कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन का मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में, बसनी थानाधिकारी पाना चौधरी द्वारा जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है कि अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरफूल सिंह और एसीपी नूर मोहम्मद की देखरेख में पुलिस उपायुक्त पश्चिम आलोक श्रीवास्तव के निर्देशों के अनुसार थाना क्षेत्र में गहन जांच की गई थी। इस दौरान एक महिला फल और सब्जी की दुकान लगाकर दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करती पाई गई। उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
जैसे ही बासनी पुलिस की ओर से प्रेस नोट जारी किया गया, वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोगों ने खाने के लिए सब्जियां बेचने वाली एक बुजुर्ग महिला की गिरफ्तारी पर सवाल उठने शुरु हो गए। कुछ लोगों ने लिखा कि इलाके के कई दुकानों पर पिछले दरवाजे से सामान अंधाधुंध बेचा जा रहा है, लेकिन पुलिस की इस पर नजर नहीं है। साथ ही, इस चालान को सही बताते हुए, कुछ लोग पुलिस से उसी तर्ज पर दुकानदारों पर भी कार्यवाई करने की उम्मीद कर रहे हैं। कुछ ने कहा कि पुलिस की नजर रसूखवालों पर नहीं है।