न्यूज – मध्यप्रदेश में सियासी संकट बरकरार है, इसी बीच आज इस मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है। सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी ने याचिका लगाई थी कि स्पीकर ने विधानसभा 26 मार्च तक स्थगित कर दी जबकि राज्यपाल ने सरकार को सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा था।
वही बैंगलौर ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों ने कहा, 'मध्य प्रदेश में माफियाराज 'हम बंधक नहीं हैं, अपनी मर्जी से यहा आए हैं, हम सब उपचुनाव के लिए तैयार हैं,मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सिर्फ छिंदवाड़ा की चिंता की है, उन्होंने अन्य विधायकों के क्षेत्र में एक रुपये का काम नहीं किया, वहीं छिंदवाड़ा में हजारों करोड़ के काम किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने शिवराज सिंह चौहान की याचिका पर कमलनाथ सरकार से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है,कांग्रेस सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि हम विधायकों की मनाने की कोशिश कर रहे हैं, वे भोपाल आकर बात करें।बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा को 26 मार्च तक के लिए स्थगित किए जाने के निर्णय को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है,
बैंगलोर में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कमलनाथ सरकार के काम से हम खुश नहीं हैं, बागी विधायकों का कहना है कि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला हो सकता है तो हम कैसे बच सकते हैं,इसलिए हमें CISF की सुरक्षा चाहिए, हम एमपी में सुरक्षित नहीं।कमलनाथ जी ने हमें 15 मिनट भी कभी नहीं सुना, फिर हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए किससे बात करनी चाहिए?
16 मार्च को फ्लोर टेस्ट न होने के बाद एक बार फिर राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को कहा है कि वह 17 मार्च यानी आज विधानसभा में विश्वास मत साबित करें, वहीं बैंगलोर में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।