मध्य प्रदेश

430km बाइक से बहन के अंतिम संस्कार में पहुंचा,चिता में कूदकर भाई ने भी दी जान

Ravesh Gupta

बहन की चिता में कूदकर भाई ने दी जान दरअसल मध्यप्रदेश के सागर की इस खबर ने सुनने वाले हर इंसान की आंखे नम कर दी। दरअसल एक युवक अपनी चचेरी बहन की मौत से इतना परेशान हुआ कि उसने अपनी बहन की चिता पर लेटकर ही जान दे दी।

बहन की मौत की खबर सुनते ही भाई 430 किलोमीटर दूर से बाइक से वापस गांव आया और श्मशान घाट में जलती चिता को प्रणाम कर उस पर लेट गया। आग में झुलसने से अस्पताल ले जाते वक्त उसकी भी मौत हो गई।

कुएं में गिरकर हुई थी बहन की मौत

सागर से 20 किलोमीटर दूर मझगुंवा गांव में रहने वाले ज्योति की कुएं में गिरने से मौत हो गई। बहन की मौत खबर जब धार में रह रहे उसके चचेरे भाई करण को लगी तो वो बाइक से ही सागर के लिए निकल गया।

भाई ने कोशिश तो खूब की लेकिन बहन को आखिरी बार देख भी नहीं पाया। जब तक वो गांव में श्मशान पहुंचा तब तक ज्योति को चिता को मुखाग्नि दे दी गई थी और परिजन शाम को 6 बजे अंतिम संस्कार कर वापस घर आ गए।

श्मशान पहुंचा और चिता में कूद गया

ज्योति का चचेरा भाई यानि कि करण शनिवार सुबह 7 से 9 बजे के बीच श्मशान पहुंचा और ज्योति की चिता पर लेट गया। गांव वालों ने जब 11 बजे बहन की चिता के पास भाई को झुलसा हुआ देखा तो उसके परिजनों की सूचना दी।

सूचना मिलते ही परिजन उसको लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।

बहन की चिता के बगल में हुआ अंतिम संस्कार

शनिवार दोपहर में करण की मौत के बाद उसका शव भी पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शाम को पुलिस ने शव परिजन को सौंप दिया, लेकिन तब तक करण के मां-बाप धार से सागर नहीं पहुंच पाए थे।

रात में मां-बाप मझगुवां गांव पहुंचे। तब उनकी मौजूदगी में रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास ही करण का अंतिम संस्कार किया गया। बहन की मौत के महज 36 घंटे बाद ही भाई को भी दुनिया से विदा कर दिया गया। खैर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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