बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार को भावुक होकर खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने माना किया वे कोरोना मरीजों की मदद नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया।
तेजस्वी ने इसी बहाने सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा।
तेजस्वी ने मंगलवार को एक बयान जारी कहा कि इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया।
एक इंसान होने के नाते चाहकर भी मदद की गुहार लगा रहे लोगों और जरूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा हूं।
उन्होंने स्थिति को बयां करते हुए लिखा, "अस्पतालों में फोन लगवाओ तो जवाब आता है, कुछ नहीं कर सकते सर ! बेड नहीं है। इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है। कैसे मदद करें ?"
बिहार के 39 जिलों में से 10 जिलों में 5 से अधिक वेंटिलेटर तक नहीं है। कितनी शर्मनाक बात है कि बिहार के जिला मुख्यालयों में वेंटिलेटर ऑपरेटर तक नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है। कोई उठाता नहीं है। अधिकारी या तो मुख्यमंत्री की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं। कोई ऐसी समर्पित हेल्पलाइन नहीं है जहां लोग फोन कर बेड, ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएं।"
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे हैं लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते।
राजद नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया।