बिहार की राजनीती अब लालू प्रसाद यादव के बयान के बाद गर्माने लगी है जिस तरीके से Rjd ने गठबंधन के सारे रास्ते बंद कर दिए है। उसके बाद बिहार में राजनीती की एक अलग हवा चल रही है।
वही कांग्रेस महासचिव प्रभारियों की बैठक में दिल्ली पहुंचे बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने खास बातचीत में कहा है कि फिलहाल गठबंधन पूरी तरह से टूट चुका है। आज जो स्थिति है उसमें गठबंधन की कहीं से भी कोई गुंजाइश नहीं है। केवल गठबंधन के टूटने की बात नहीं है, दूरी भी काफी बढ़ गई है। हमारी ओर से अब सारे रास्ते बंद हैं, आरजेडी गलत बयान बाजी करती है। आगे क्या होगा इसका फैसला आलाकमान करेगा।
आरजेडी की ओर से उपचुनाव में पहले उम्मीवार उतारने और लालू यादव के इस बयान कि अगर कांग्रेस को चुनाव लड़ने दिया जाता तो जमानत जप्त हो जाती, इसपर झा ने कहा, कुशेश्वर स्थान में हारे हम छह हजार वोट से और तारापुर में हारे सात हजार वोट से.. उनकी (आरजेडी) स्थिति मजबूत है तो वो सात हजार वोट से हार गये, ये कैसे हो सकता है। दोनों की स्थिति कमजोर थी, दोनों हारे।
उन्होंने कहा कि अब कभी भी आरजेडी और कांग्रेस साथ नहीं होंगे। अकेले दम पर बिहार में कांग्रेस नंबर वन पार्टी बनेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस मजबूती से बिहार में खुद को खड़ा करेगी। आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि उस दल में दो-तीन नेताओं को छोड़ दें तो कुछ है क्या, कुनबा ही साफ हो जायेगा।
वहीं लालू यादव की से बिहार प्रभारी भक्तचरण दास के लिये अपशब्द का प्रयोग किये जाने को लेकर मदन मोहन झा ने कहा, केंद्रीय राजनीति में हम इनका (लालू यादव) स्वागत करते हैं, लेकिन बिहार के किसी भी नेताओं को इस तरह से कहना उचित नहीं है। आरजेडी नेता को यह समझ लेना चाहिए कि बिना कांग्रेस के कुछ भी नहीं हो सकता है। आरजेडी जब भी सत्ता में आई है तो कांग्रेस की मदद से ही आई है।