ताजनगरी आगरा में डॉक्टर द्वारा मॉकड्रिल की बात सामने आने के बाद इस मसले पर राजनीति जोरो पर है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को आगरा के अस्पताल में ऑक्सीजन संकट को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा है कि क्या सरकार अस्पताल में मॉक ड्रिल की सच्चाई की तह तक जाएगी और इसके पीछे के लोगों को सजा देगी?
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, "उप्र सरकार ने ऑक्सीजन की भारी कमी के बीच लगातार कहा कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है। प्रदेशभर में लोगों की तड़प-तड़प कर जान चली गई। आगरा में भी प्रशासन कह रहा है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं थी। क्या उप्र सरकार आगरा मॉकड्रिल का सच सामने लाकर दोषियों को सजा देगी?"
राजनीतिक गलियारों में हंगामे के बाद आगरा जिला प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है और मालिकों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। अस्पताल का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है।
26 अप्रैल को मौत का आधिकारिक आंकड़ा केवल 7 था। रात में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कटौती का आरोप लगाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 22 मौतें हुई।
आगरा के एक निजी अस्पताल द्वारा मॉक ड्रिल के तहत ऑक्सीजन आपूर्ति निलंबन के कारण 22 लोगों की मौत के विवाद के आरोपों की जांच के लिए आगरा जिला प्रशासन द्वारा दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है।