न्यूज – संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने दिल्ली हिंसा का सीधा जिक्र किए बिना कहा कि देश में शांति और एकता जरूरी है। साथ ही उन्होंने अपना नारा भी दोहराया कि सबका साथ, सबका विकास के साथ-साथ सबका विश्वास भी जरूरी है। उन्होंने सभी सांसदों को समाज में शांति, सौहार्द और एकता सुनिश्चित करने के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम सत्ता में सुख भोगने के लिए नहीं आए हैं बल्कि विकास हमारा मंत्र है, विकास की पहली आवश्यकता एकता एवं सौहार्द है। मंगलवार को संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि एक पार्टी और दल से बड़ा देशहित है। उन्होंने कहा कि अगर मैं भारत माता की जय बोलता हूं तो मेरे ऊपर सवाल उठाया जाता है।
बता दें कि इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी ने कहा कि वे विचार कर रहे हैं कि सोशल मीडिया छोड़ दें, जल्द ही इसके बारे में लोगों को बताएंगे। इसके बाद से जैसे लोगों के बीच एक हलचल-सी हो गई।
सभी मोदी को सोशल मीडिया नहीं छोड़ना का अनुरोध करने लगे। सोमवार को बजट सत्र में विपक्ष ने काफी हंगामा किया था और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे। दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की मौत हो गई है।