राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू- कश्मीर एवं लद्दाख की चार दिवसीय यात्रा पर रविवार को श्रीनगर पहुंचे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री कोविंद श्रीनगर के तकनीकी (टेक्निकल) हवाई अड्डे पर सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर पहुंचे। "जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और नागरिक प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।"
उन्होेंने कहा कि राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिन्होंने आज अपने कार्यकाल के चार साल पूरे किए। इस बीच कश्मीर घाटी में सुरक्षा कड़ी की गई और विशेष रूप से उन स्थानों के आसपास जहां राष्ट्रपति की मेजबानी की जाएगी वहां पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा राजभवन की ओर जाने वाली सड़कें जहां कोविंद ठहरेंगे, विश्व प्रसिद्ध डल झील के साथ बुलेवार्ड रोड और हाई प्रोफाइल गुप्कर रोड को आम लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।
यातायात पुलिस ने पहले ही सूचना जारी कर दी है कि इन सड़कों को आज से 27 जुलाई तक बंद रखा जाएगा और लोगों को सलाह दी गयी है कि आवाजाही के दूसरे मार्गों का प्रयोग करें।
दोनों केन्द्रशासित प्रदेशों की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर शामिल होंगे। श्री कोविंद वहां कारगिल युद्ध स्मारक द्रास (लद्दाख) में वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। इससे पहले वर्ष 2019 में राष्ट्रपति कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए द्रास जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका विमान श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ान नहीं भर सका था। राष्ट्रपति ने इसके बजाय शहर के बादामीबाग में सेना के 15 कोर मुख्यालय में युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर कारगिल के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
एक यातायात अधिकारी ने कहा कि रविवार से 27 जुलाई तक बुलेवार्ड-गुपकर रोड पर वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी रहेगी। यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से आने-जाने के लिए राम-मुंशीबाग-डलगेट-रैनीवारी-हजरतबल-हबक-फोरशोर-निशात मार्ग का प्रयोग करने का अनुरोध किया। यातायात के मार्ग को राम-मुंशीबाग चौराहे, बद्यारी चौराहे डलगेट और निशात/फोरशोर क्रॉसिंग पर परिवर्तित किया है।