Amritpal Singh New Video: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह अभी तक पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इसी बीच उसका दिल्ली का एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें अमृतपाल सिंह बिना पगड़ी के नजर आ रहा है। उसने सनग्लासेस लगाए हुए थे और डेनिम जैकेट पहनी थी। सीसीटीवी क्लिप में उसका सहयोगी पापलप्रीत सिंह भी नजर आ रहा है। दोनों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए नकाब पहन रखा था। दिल्ली का ये सीसीटीवी वीडियो 21 मार्च का है।
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को पंजाब में अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, उसके बाद से अमृतपाल फरार है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह और पापलप्रीत सिंह हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के रास्ते दिल्ली आए थे।
18 मार्च को पंजाब में अमृतपाल और उसके समर्थकों पर कार्रवाई शुरू हुई। उसके बाद पंजाब पुलिस जगह-जगह दबिश देती रही, लेकिन अमृतपाल सिंह हाथ नहीं लगा।
अमृतपाल सिंह और उसके साथी की पंजाब से भागने से लेकर अब तक की कई सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुकी हैं। बीते दिन अमृतपाल सिंह और पापलप्रीत सिंह की एनर्जी ड्रिंक पीते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर सामने आई थी।
इसके अलावा हरियाणा से उसकी एक और तस्वीर सामने आई थी जिसमें वो अपने साथी के साथ दिखा था। इसमें ये दोनों एक ठेले पर अपनी बाइक चढ़ाते हुए दिखाई दिए। इनकी बाइक खराब हो गई थी और इन्होंने एक राहगीर से मदद ली थी जो इन्हें नहीं पहचानता था।
एक के बाद एक कई वीडियो सामने आने के बाद प्रश्न यह उठता है कि आखिर अमृतपाल सिंह को कौन बचा रहा है? पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकारें हैं, ऐसे में क्या 'आप' सरकार ही अमृतपाल को बचा रही है?
29 जनवरी 2017 को अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मोगा में खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के चीफ गुरविंदर सिंह के घर रात बिताई थी। बता दें कि 1984 के दौरान गुरविंदर सिंह पर हिंदू-सिख दंगे भड़काने के आरोप लगे थे।
यही नहीं हत्या और अन्य कई मामलों में वह जेल में भी रहा लेकिन बाद में इन मामलों से बरी होकर वो इंग्लैंड चला गया और अब इंग्लैंड में बैठकर वो कथित तौर पर खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के लिए काम कर रहा है।
इसके बाद एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर पंजाब विरोधी और खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप्स के साथ मिलीभगत होने और उनसे मदद और फंडिंग लेने का आरोप लगने लग गए।
ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) की बरसी से दो दिन पहले यानि 4 जून 2018 को पंजाब पुलिस ने नवांशहर में तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार भी बरामद किए थे। इन आतंकियों का प्रतिबंधित आंतकवादी संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फैडरेशन (ISYF)से सीधा संबंध था।
बता दें कि इस नेटवर्क के मुखिया गुरदयाल सिंह का आम आदमी पार्टी से सीधा कनेक्शन था। आतंकी गुरदयाल सिंह ने गढ़शंकर के गांव रोडमाजरा में AAP नेताओं के साथ प्रचार किया था और स्टेज साझा किया था। यहीं नहीं जब गुरदयाल सिंह को पकड़ा गया तो AAP के स्थानीय नेता उसकी पैरवी करने उसके समर्थन में पहुंचे थे।
इसी बीच पंजाब सरकार ने मंगलवार (28 मार्च) को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में कहा कि अलगाववादी अमृतपाल सिंह को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा। न्यायमूर्ति एनएस शेखावत की अदालत वकील ईमान सिंह खारा की ओर से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
पुलिस ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है कि क्या वह अभी भी दिल्ली में छिपा हो सकता है या यहां से भी भाग गया है। भारत के पड़ोसी देश नेपाल ने पहले ही अमृतपाल सिंह को अपनी निगरानी सूची में डाल दिया है क्योंकि वह नकली पासपोर्ट का उपयोग करके सीमा पार करने का प्रयास कर सकता है।