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एमपी सीएम शिवराज सिंह के इस फैसले पर उठे सवाल

मुख्यमंत्री ने ट्यूशन फीस लेने की घोषणा कर स्कूलो को फायदा पहुंचाकर पालको पर भार डालने का काम किया

savan meena

न्यूज – मुख्यमंत्री ने स्कूल फीस को लेकर कहा कि स्कूल कॉलेज में ट्यूशन फीस लेने की घोषणा कर कुल मिलाकर स्कूल संचालकों को फायदा पहुचाने का काम किया लेक़िन इस घोषणा से लॉक डाउन के समय पालको के सिर पर भारी भार पड़ेगा।

स्कूलों को फीस लेने के अधिकार दे कर शिवराज सरकार ने साफ कर दिया है कि वह स्कूलों के साथ है न की प्रदेश के करोड़ो पालकों के साथ। शहर काँग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, मुख्य प्रवक्ता भँवर शर्मा एवं जौहर मानपुरवाला ने मुख्यमंत्री के इस घोषणा का विरोध किया है एवं कहा कि जब तक स्कूल नही खुलते तब तक ना तो फीस ली जाए। और ना ही ऑनलाइन जैसी किसी प्रकार की पढ़ाई करवाकर स्कूलों को फीस वसूल करने का अधिकार दिया जाए।

उधर, स्कूल वालो ने ऑन लाइन पढ़ाई के नाम पर फीस वसूली करने का काम शुरू कर दिया है। इससे पालकों के सामने विचित्र व दुखदाई स्थिति पैदा हो रही हैइसका काँग्रेस पार्टी ने विरोध किया है।

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