Maru Mahotsav 2022: विश्व प्रसिद्ध मारू महोत्सव में लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में झूमा जैसलमेर

 
Rajasthan

Maru Mahotsav 2022: विश्व प्रसिद्ध मरू महोत्सव में लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में झूमा जैसलमेर

मनदीप सिंह और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों की टीम ने हिमाचल प्रदेश का डोगरी नृत्य प्रस्तुत किया, राजदीप और पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की टीम ने 'सात समंदर...' गीत पर उत्साह और उत्साह के साथ रास गरबा और डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया

Deepak Kumawat

विश्व प्रसिद्ध मरू महोत्सव रविवार को पोकरण में जुलूस के साथ शुरू हुआ। जुलूस में विभिन्न झांकियों के माध्यम से मारू संस्कृति की परंपराओं को प्रदर्शित किया गया। शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में सोमवार की रात को हुए विश्व प्रसिद्ध मरू महोत्सव के तहत लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसलमेर के निवासियों को देश के कई हिस्सों से आए संगीत प्रेमियों और कला पारखी लोगों के लिए सुकून की अनुभूति लेकर आया। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों की वन-टू-वन प्रस्तुति ने पूनम स्टेडियम में कोहराम मचा दिया। इन आयोजनों का लुत्फ उठाने के लिए लोग देर रात पूनम स्टेडियम में रुके।

नृत्य से मचाई धूम
सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय लोक कलाकार छुंगे खां बरना ने मोरचांग, ​​खड्ताल और चंग पर राजस्थानी लोकगीत 'बलम जी महारा रिमझिम बरसो मेघ' की मनमोहक प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया। विश्व पुस्तक मेला मेक्सिको कनाडा मीरादेवी करदा गोगुन्दा में संगीता जोधपुर का कालबेलिया नृत्य 'कल्यो कूद पड़्यो मेले में', पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की विनीता व टीम कलाकारों ने बधाई दी और नोराता गीत-नृत्य 'नैना बंद लगे कहियां', गौतम परमार बाड़मेर चरी नृत्य, जिन्होंने अपने नृत्य में धूम मचा दी

पर्यटकों को राजस्थान की संस्कृति से कराया परिचित

उदयपुर की तेरहताली पार्टी ने जैसलमेर के कलाकार अवराम पोकरण का तेरहताली नृत्य, भवई और घुटने की चक्री नृत्य और सावन खान रामगढ़ का सूफी गायन 'बुल्लासाह रंगी-रंग बनाया बेहद पसंद किया जा रहा है। राजस्थान के इन लोक कलाकारों ने बाहर के पर्यटकों को राजस्थान की संस्कृति और लोक कला से परिचित कराया।

हिमाचल प्रदेश का डोगरी नृत्य

मनदीप सिंह और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों की टीम ने हिमाचल प्रदेश का डोगरी नृत्य प्रस्तुत किया, राजदीप और पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की टीम ने 'सात समंदर...' गीत पर उत्साह और उत्साह के साथ रास गरबा और डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया।

नवरात्रि और होली के त्योहारी रंगों की यादें। नार्थ जोन कल्चरल सेंटर की ओर से शिवानी नेगी व अन्य लोक कलाकारों ने देव पूजा मंगलाचरण थीम पर हिमाचल का झंकारा नृत्य प्रस्तुत किया, लावणी व कोली नृत्य, मछुआरे नृत्य प्रथमेश व पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के टीम कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। डीग भरतपुर के जितेंद्र ब्रजवासी और टीम के कलाकारों ने मोर नृत्य प्रस्तुत किया। रवि पंवार और कला दल के गाना बजानेवालों ने लोगों का खूब मनोरंजन किया।

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