चंद्रभान सोलंकी की रिपोर्ट. राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात जवानों को अब हिमालय का मीठा पानी मिलेगा। जवानों के अब पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर होने की जरूरत नहीं होगी। इंदिरा गांधी नहर से सीधी पाइप लाइन के माध्यम से अब सीमा पर तैनात जवानों तक मीठा पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
2 साल में पूरा हुआ प्रोजेक्ट
सीमा पर तैनात जवानों तक मीठा पानी पहुंचाने के लिए सरकार ने इंदिरा गांधी नहर के पानी को पाइपलाइन के माध्यम से BSF की चौकियों तक पहुंचाने की योजना बनाई। भारत सरकार ने इस पर लगभग 28 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगभग 2 साल लगे।
अप्रैल के पहले हफ्ते में 29 चौकियों को मिलेगा पानी
अप्रैल महिने से इस योजना के तहत जवानों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। बताया जा रहा है इस योजना के पहले चरण में BSF की करीब 29 सीमा चौकियों तक पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में यहां अप्रैल के पहले हफ्ते तक पानी पहुंचा दिया जाएगा। योजना के अगले चरण में बाकि बची 93 चौकियों तक पाइप लाइन बिछाई जाएगी, उसके बाद वहां भी पानी की सप्लाई की जाएगी।
दुर्गम इलाकों में पाइप लाइन बिछाना मुश्किल पर नामुमकिन नहीं
जलदाय विभाग के एसई दिनेश कुमार नागौरी ने बताया कि भारत-पाकिस्तान सीमा जैसे दुर्गम इलाके में पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम बड़ा कठिन था। करीब 2 साल की मेहनत के बाद इस टास्क को पूरा किया गया। अब जवानों को पानी के टैंकरों के भरोसे नहीं रहना होगा। ING से सीधी पाइपलाइन दुर्गम सीमा चौकियों तक पहुंच गई है। ऐसे में अब जवानों को फ़िल्टर किया हुआ पानी उपलब्ध होगा।