भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने भीलवाड़ा जिले में अवैध खान हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये मृतक मजदूरों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और परिजनों को संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
डॉ. पूनिया ने बयान जारी कर कहा कि, भीलवाड़ा जिले के आसीन्द थाना क्षेत्र के लाछूड़ा गांव में अवैध खान में खनन के दौरान हुई अनेक मजदूरों की मौत अशोक गहलोत सरकार और उनके खान मंत्री के कारनामों की पोल खोल रही है। ऐसे मामलों की राज्य सरकार निष्पक्षता से जांच करवाये तो भ्रष्टाचार के बड़े काले कारनामे सामने आयेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने चाहिये और न्याय करना चाहिए। साथ ही राज्य सरकार को गंभीरता से कदम उठाकर अवैध खनन पर रोक लगानी चाहिये।
हादसे का शिकार हुए हिंगलाज और प्रहलाद दोनों भाई-बहन हैं। दोनों एक साथ सुबह खदान पर मजदूरी के लिए निकले थे। इन दोनों को मिलाकर घर में 6 भाई बहन थे।
गणेश के ऊपर से पहले ही उठ चुका है मां-बाप का साया
हादसे में जान गंवाने वाले गणेश उर्फ जगदीश पुत्र नाथू भील अपने छह भाई-बहनों में सबसे छोटा है। गणेश के मां-बाप की पहले ही मौत हो चुकी है। इस खदान पर मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर रहा था।
कन्हैयालाल की मां की मौत उसके बचपन में ही हो गई थी। कन्हैयालाल के आठ भाई-बहन है। छोटे से घर में सभी एक साथ रहते हैं। कन्हैयालाल की मौत के बाद उसके पिता और भाई बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
धर्मा के माता-पिता की पहले हो चुकी मौत
हादसे का शिकार हुआ धर्मा पुत्र तेजा भाट पांच भाई-बहन हैं। धर्मा के मां-बाप की पहले ही मौत हो चुकी है। पांचों भाई बहन मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे थे।