डेस्क न्यूज़- निर्भया के चार में तीन दोषियों के सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं। सिर्फ पवन के पास ही क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका का विकल्प बचा है। हालांकि दोषियों के वकील एपी सिंह का जरूर कहना है कि तीन मार्च को फिर से दोषियों की फांसी टल जाएगी। लेकिन इस बीच तीसरा डेथ वारंट जारी होने के बाद से दोषियों के व्यवहार में बड़ा बदलाव आया है। वह छोटी-छोटी बात पर भी गुस्सा होने लगे हैं। जानिए इन दिनों चारों दोषियों का व्यवहार कैसा है और विनय ने जेल में खुद को कैसे चोटिस कर लिया और अब उसका हाल कैसा है
जेल सूत्रों का कहना है कि जेल में बंद निर्भया के चारों दोषियों के स्वभाव में इन दिनों आक्रामकता पहले से ज्यादा बढ़ गई है। चारों को मामूली बात पर गुस्सा आ रहा है। हालांकि वे किसी से ज्यादा बात नहीं कर रहे हैं, लेकिन सेल के अंदर लगातार गुस्से का इजहार कर रहे हैं। इसी उत्तेजना में मंगलवार को विनय अचानक अपनी सेल की दीवार पर सिर पटकने लगा।
मामूली चोट लगी है और अब विनय ठीक है
समय रहते सुरक्षाकर्मी ने विनय की सेल में घुसकर उसे रोक लिया। विनय को प्राथमिक इलाज के बाद फिर से सेल में बंद कर दिया गया है। जेल प्रशासन का कहना है कि उसे मामूली चोट लगी है। अब दोषियों की सेल के सामने अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी को तैनात कर उनकी चौकसी बढ़ा दी गई है। साथ ही उनकी लगातार काउंसलिंग भी की जा रही है
लगाया गया अलार्म
घटना की जानकारी मिलने के बाद जेल में अफरा-तफरी फैल गई। विनय का तुरंत जेल के अस्पताल में इलाज कराया गया। जेल अधिकारियों का कहना है कि विनय को ज्यादा चोट नहीं लगी है। जेल प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती के साथ ऐसी स्थिति से निपटने के लिए दोषियों की सेल में अलार्म लगाया है।
जेल सूत्रों का कहना है कि विनय के साथ-साथ तीन अन्य दोषियों मुकेश, पवन और अक्षय की सेल के बाहर भी अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी को तैनात किया गया है। वे दोषियों पर सिर्फ नजर रखेंगे। साथ ही, दोषियों को सामान्य रखने के लिए उनकी लगातार काउंसलिंग की जा रही है। उन पर सीसीटीवी की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।