डेस्क न्यूज़- केजरीवाल सरकार को प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी कराकर अपनी रणनीति का लोह मनवा चुके प्रशांत किशोर मंगलवार को पटना में बड़ा एलान कर सकते हैं। जेडीयू से निकाले जाने के बाद प्रशांत किशोर के अगले कदम को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इन सभी पर आज पूर्णविराम लग सकता है। प्रशांत मीडिया के सामने अपनी भावी रणनीति का खुलासा करेंगे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान प्रशांत किशोर बिहार में इस साल अक्तूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी योजना का खुलासा कर सकते हैं। वे किन मुद्दों को जनता के सामने उठाएंगे यह भी बता सकते हैं। प्रशांत अपनी संस्था आईपैक से जुड़े बिहार के युवाओं की फौज का विधानसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि उनकी योजना बिहार में एनडीए के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। उन्होंने पिछले दिनों इस बात के संकेत दे दिए थे कि दिल्ली के बाद वे बिहार को ही अपना लक्ष्य बनाएंगे।
नीतीश कुमार के विकल्प के रूप में खुद को कर सकते हैं पेश
बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में वह अब किसी के चुनाव प्रचार अभियान के संचालक नहीं बनेंगे बल्कि खुद एक ऐसा राजनीतिक प्रतिष्ठान तैयार करेंगे, जो बिहार के युवाओं और आम लोगों की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप हो। माना जा रहा है कि वह खुद को नीतीश कुमार के विकल्प के रूप में जनता के सामने पेश करेंगे।
पिछले कई महीनों से प्रशांत किशोर की टीम बिहार में एक नया विकल्प बनाने की संभावनाओं पर काम कर रही है। राज्य के हर जिले में उनकी संस्था आईपैक के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में लोगों से बात की जिनमें हर उम्र, वर्ग और जाति के लोग शामिल हैं। इस मुहिम में सबसे ज्यादा जोर हर जाति और धर्म के युवाओं पर दिया गया और करीब पांच लाख युवाओं से बातचीत का एक विस्तृत लेखा-जोखा तैयार किया गया है और करीब एक लाख युवाओं ने अपने प्रोफाइल भेजकर बिहार में सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक बदलाव के लिए प्रशांत किशोर की सियासी मुहिम से जुड़ने की इच्छा जाहिर की है।
प्रशांत किशोर को पश्चिम बंगाल में मिल सकती है जेड श्रेणी की सुरक्षा
पश्चिम बंगाल में सोमवार को राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगने लगीं कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को राज्य पुलिस से 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा मिल सकती है। हालांकि, राज्य सचिवालय और तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इस पर चुप्पी साध रखी है। ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रशांत किशोर 2021 के विधानसभा चुनावों के पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। घटनाक्रम पर माकपा विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने पूछा कि राज्य सरकार के खर्चे पर किशोर को 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी जा रही है, जबकि पश्चिम बंगाल के जनजीवन से उनका कोई संबंध ही नहीं है।