उत्तरप्रदेश में सियासी गलियारों में एक बार फिर गहमा-गहमी शुरू हो चुकी है. इस समय यूपी में जहां जनता बीजेपी की जीत का जश्न मना रही है. वहीं कुछ लोग उस जीत में खलल डालने की कोशिश कर रहे है. यूपी के कुशीनगर में बाबर अली की पिटाई से हुई मौत को लेकर पुलिस ने इस पर स्पष्टीकरण दिया. वहीं बीजेपी के नेता बाबर को बीजेपी समर्थक बता रहे हैं. ये दावा ये किया जा रहा है कि बीजेपी की जीत के बाद बाबर अली ने मिठाई बाँटी थी, जिसके कारण उनकी पिटाई हुई.
हालाँकि, एक समाचार चैनल से बातचीत में कुशीनगर पुलिस अक्षीक्षक सचिंद्र पटेल का कहना है कि शुरूवाती जांच में पता चला कि मृतक और अभियुक्तों के बीच पुराना विवाद था और मारपीट की ताज़ा घटना भी उसी को लेकर हुई. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. फिलहाल मामले में चार अभियुक्तों में से दो की गिरफ़्तारी हो चुकी है. लापरवही बरतने पर प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि फ़रवरी में भी मृतक और अभियुक्तों के किसी बात पर विवाद हुआ था. बाद में प्रभारी निरीक्षक के तरफ़ से कार्रवाई में लापरवाही बरती गई.
दरअसल, कुशीनगर के कठघरही गांव में बाबर नाम के एक मुस्लिम युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. कहा जा रहा है कि बाबर बीजेपी के समर्थक थे. इस पर सवाल उठता है की क्या बीजेपी का समर्थक होना गुनाह है?
इस बीच यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधान पार्षद मोहसिन रज़ा ने योगी सरकार से परिवार को न्याय देने की गुहार लगाई है और निवेदन किया की मृतक के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए.
वे ट्विटर पर लिखते है, ''कुशीनगर के कठघरही गांव के भाजपा समर्थक श्री बाबर जी के साथ हुई दुःखद घटना में मुख्यमंत्री जी ने गहनता से जांच के निर्देश दिए हैं जिस का स्वागत करता हूं, तथा पीड़ित परिवार को यह आश्वस्त करता हूँ कि योगी सरकार में आपको न्याय प्राप्त होगा.''
आपको बता दें कि रविवार को सीएम योगी ने पीड़ित परिवार के लिए संवेदना व्यक्त की और कहा की मामले की जाँच के आदेश दे दिए है.
इस मामले में चार लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ किया गया है और दो लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.