उत्तर प्रदेश

UP Baliya News: पूजा के नाम पर मासूम के शरीर पर डाला खौलता दूध, हाथ जोड़े खड़े रहे मां-बाप; देखें VIDEO

UP Baliya News: यूपी के बलिया से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति एक साल से भी छोटे बच्चे के शरीर पर बार-बार खौलता हुए दूध मल रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह 'कड़ाहा पूजा' है।

Om Prakash Napit

UP Baliya News: यूपी और बिहार के बड़े हिस्से में आज भी परंपरा और पूजा पाठ के नाम पर ऐसी चीजें लगातार जारी हैं जिन्हें देखकर कोई भी दांतों तले उंगली दबा ले। ऐसा ही एक नजारा बिहार बार्डर पर स्थित यूपी के बलिया से सामने आया है।

यहां एक साल से भी कम उम्र के एक बच्चे पर खौलता दूध डाला जा रहा है। इस दौरान बच्चे के मां-बाप हाथ जोड़े कुछ दूर खड़े हैं। मासूम बच्चे के साथ हो रही इस घटना के बाद भी आसपास खड़े लोग जय-जयकार कर रहे हैं। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो बलिया के नरही थाना क्षेत्र के श्रवणपुर गांव का है।

Since Independence पर देखें 'कड़ाहा पूजा' का यह Video...

ग्रामीणों के अनुसार इस आयोजन को 'कड़ाहा पूजा' कहते हैं। कुछ लोग इसे काशी बाबा पूजा भी कहते हैं। श्रीकृष्ण को समर्पित यह पूजा सदियों से होती चली आ रही है। वीडियो में दिख रहा है कि उपलों (गोबर से बनी गोहरी) पर कई मिट्टी के बर्तनों में दूध को खौलाया जा रहा है।

इस दौरान एक सख्स खौलते दूध को बार बार अपने हाथों से निकालता है और अपने शरीर पर छिड़कता है। इसी दौरान उसके पास ही एक बच्चा भी दिखाई देता है। जिसकी उम्र एक साल से भी कम नजर आती है। वह पहले खौलते दूध को अपने हाथ में से बर्तन से निकालता है फिर उसे बच्चे के ऊपर डालता है।

उसके ऐसा करते ही लोग जय-जयकार करने लगते हैं। फिर वह बच्चे को गोद में लेकर चारों तरफ चक्कर लगाता है फिर दोबार खौलते दूध के पास आता है और दूध के झाग को निकालकर बच्चे के पूरे शरीर पर रगड़ता है। इस दौरान बच्चे के मां-बाप हाथ जोड़े खड़े रहते हैं और लोग जोर-जोर से जयकारा लगते रहते हैं।

पूजा से आती सुख-शांति : ग्रामीण

एक स्थानीय ग्रामीण के अनुसार इस तरह से बच्चे को खौलते दूध के झाग से रगड़ने वाले शख्स का नाम अनिल यादव है। लोग उन्हें अनिल भगत के नाम से पुकारते हैं। ग्रामीण ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि इस तरह की पूजा से सुख-शांति आती है और परिवार परेशानियों से मुक्त हो जाता है।

अनिल भगत का कहना है कि काशी बाबा की पूजा का इस क्षेत्र में काफी महत्व है। यह पूजा सुख-शांति के लिए की जाती है। यह पूजा लोगों को विपत्तियों से दूर रखती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने एक बार यह पूजा कराई थी। यह पूजा बलिया, वाराणसी और पूर्वी यूपी के अन्य जिलों के दूरदराज के इलाकों में बहुत आम है।

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