देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर उत्तरप्रदेश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन इसी बीच मुहर्रम होने के कारण प्रदेश में पुलिस प्रशासन को कानून व्यवस्था रखने की दोहरी चुनौती है।
इस संबंध में राज्य के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि मुहर्रम के जुलूस, कांवड़ यात्रा और आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े आयोजनों को देखते हुए जिलों में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए है।
उत्तर प्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान बड़े आयोजन में काफी संख्या में लोग जुटेंगे। प्रदेश में करीब दो-तीन साल के अंतराल में इतने बड़े सार्वजनिक आयोजन पर आतंकी साजिश की भी आशंका है।
आजादी के अमृत पर्व के साथ ही मुहर्रम पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने इंटरनेट मीडिया पर भी चौकसी बढ़ा दी है। किसी भी तरह की आतंकी साजिश की आशंका को देखते हुए अभी से अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
प्रदेश में सभी बड़े आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के कमांडो भी तैयार रहेंगे। एटीएस ने संवेदनशील जिलों में भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इसके साथ ही डीजीपी मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेल को 24 घंटे सक्रिय रहने के साथ ही इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे संदेशों और वीडियो पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए गए है।
देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर उत्तरप्रदेश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन इसी बीच मुहर्रम होने के कारण प्रदेश में पुलिस बल को कानून व्यवस्था रखने की दोहरी चुनौती है।
इस संबंध में राज्य के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि मुहर्रम के जुलूस, कांवड़ यात्रा और आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े आयोजनों को देखते हुए जिलों में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए है।
राज्य के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि मुहर्रम के जुलूस, कांवड़ यात्रा और आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े आयोजनों को देखते हुए जिलों में सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए गए है।
फिलहाल राज्य में 11 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल और 152 कंपनी पीएसी की अतिरिक्त तैनाती की गई है, जो संवेदनशील इलाकों में 16 अगस्त तक तैयार रहेगी।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 15 अगस्त तक जिलों में विभिन्न कार्यक्रम भी होंगे। इनमें पुलिस की 1190 टीमें 2798 किलोमीटर तिरंगा रूट मार्च निकालने के साथ ही पैदल गश्त करेंगी।
पुलिस परिवार की 1930 मेधावी छात्राओं और 1840 मेधावी छात्राओं को भी सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान सराहनीय कार्य करने वाले 7781 अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा यूपी 112 के 1510 चौपहिया और 928 दोपहिया पीआरवी के जरिए 4106 किमी का तिरंगा मार्च पास्ट भी प्रस्तावित है।
राज्य में बड़े आयोजनों के साथ ही हर कोने पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने के भी विस्तृत निर्देश दिए गए है। जिलों में चेकिंग बढ़ाने के साथ ही शरारती तत्वों की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखने को कहा गया है।
इस दौरान इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक मैसेज या वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। ताकि कोई माहौल खराब करने की साजिश न कर सके। प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जा रहे है। सभी प्रमुख होटलों, धर्मशालाओं और लॉज में चेकिंग के साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए है।