न्यूज – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत दौरे के लिए गुजरात में जहां तैयारी ज़ोरों पर है, वहीं इसी राज्य से एक ख़ौफ़नाक ख़बर आई है, गुजरात के आणंद जिले के खंभात तालुका में रविवार को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। ग़ुस्साई भीड़ ने करीब 25 घरों, दुकानों और वाहनों में आग लगा दी, एक महीने के भीतर दो समुदायों के बीच यह दूसरी झड़प है, पुलिस के अनुसार 24 जनवरी को हुए टकराव के बाद रविवार को दो समुदाय रविवार को फिर भिड़ गए, पिछली बार हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
हिंसा मामले में हमने 46 लोगों को चिन्हित किया है. घटनास्थल पर पथराव और आगजनी हुई थी. क़रीब 15-20 घर और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, मगर हम अभी भी नुक़सान का आकलन कर रहे हैं. टकराव में किसी को भी गंभीर चोट लगने की ख़बर नहीं है. हॉस्पिटल में भर्ती हुए छह लोगों को छुट्टी दे दी गई है"
हालांकि, हिंसा के पीछे के कारणों का अभी भी खुलासा नहीं हो पाया है, बताया जा रहा है कि इस झड़प में 13 लोग जख़्मी हो गए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है, एसपी दिव्या मिश्रा के मुताबिक़, "इस क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है, आज दोनों समुदायों के बीच झड़प क्यों हुई, इसकी जांच जारी है,स्थिति अब नियंत्रण में है,
दिव्या मिश्रा खेड़ा की एसपी हैं, वर्तमान में पड़ोसी जिले आणंद की भी प्रभारी हैं, उन्होंने बताया कि आरोपियों के ख़िलाफ़ एफआईआर की प्रक्रिया चल रही है, पुलिस के मुताबिक़ झड़प का केंद्र अकबरपुरा था, हालांकि आसपास के इलाक़ों से भी पथराव और आगजानी की छिटपुट घटनाएं सामने आईं,दोनों समुदाय द्वारा कम से कम 25 घरों और दुकानों में आग लगा दी गई, झड़प के बाद पुलिस ने इलाके में स्थिति को सामान्य करने के लिए करीब 100 पुलिसकर्मियों तैनात किया है, हिंसा के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे।