डेस्क न्यूज़ – कोरोना वायरस के कारण देश भर में 50 दिनों के लॉकडाउन में खुदरा व्यापारियों को 7.50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके कारण केंद्र और राज्य सरकार को भी जीएसटी राजस्व में लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कैट का कहना है कि 24 मार्च को देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा की गई थी।
तब से, 50 दिन बीत चुके हैं और खुदरा व्यापारियों ने एक पैसा नहीं बेचा है। अब यह स्थिति है कि लोग इन दिनों बंद रहने के आदी हो गए हैं। इसलिए यदि लॉकडाउन हटा दिया जाता है, तो भी बाजारों में लगभग 20 प्रतिशत ग्राहकों के लौटने की संभावना है। इसका कारण यह है कि लोगों के दिमाग में कोरोना वायरस का डर बुरी तरह से घुल चुका है। और यह डर उन्हें बाजार में आने से रोकेगा। कैट का कहना है कि पिछले 50 दिनों में, व्यापारियों ने इतना खो दिया है कि लॉकडाउन खुलने के बाद, उनमें से 20 प्रतिशत अपने व्यवसाय को फिर से स्थापित नहीं कर पाएंगे। साथ ही, इन 20 प्रतिशत व्यापारियों पर निर्भर रहने वाले 10 प्रतिशत व्यापारियों को भी अपना व्यवसाय बंद करने की उम्मीद है।