अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज भी भारतीय शेयर बाजार की गति को तेज करने में विफल होता दिख रहा है। यही वजह है कि हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। मंगलवार को थोड़ी रिकवरी देखी गई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 400 अंकों की हल्की रिकवरी के साथ 30 हजार 500 अंक से नीचे कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी भी 9 हजार अंक के करीब था। हालांकि, कुछ ही मिनटों के भीतर एक बूंद भी देखी गई थी।
सोमवार को बाजार की स्थिति
शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को छह सप्ताह के निचले स्तर 1,069 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 30,028.98 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 313.60 अंक या 3.43 प्रतिशत गिरकर वित्तीय संस्थानों और ऑटो कंपनियों द्वारा भारी बिकवाली के बीच 8,824 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे बड़ा घाटा रहा। यह लगभग 10 प्रतिशत गिर गया। सोमवार को निवेशकों को सेंसेक्स में 3,65,469.88 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वास्तव में, इस गिरावट के कारण, बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,65,469.88 करोड़ रुपये घटकर 1,19,00,649.71 रुपये हो गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, कोविद -19 से संबंधित सार्वजनिक प्रतिबंधों की अवधि बढ़ाने, संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि और सरकार के वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज के साथ घरेलू निवेशकों में आत्मविश्वास की कमी के कारण बाजार का उत्साह नरम हो गया था।