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फिलीस्तीन की मस्जिद से हिंदुओं का विरोध, पाक से की जंग छेड़ने की अपील!

वीडियो में इस्लामिक स्कॉलर सियाम ने कहा: सबसे पहले अमेरिका ने इराक और अफगानिस्तान पर हमला किया। इसके बाद स्वीडन ने मुस्लिम बच्चों को अगवा कर डाला। फ्रांस और रूसियों ने कई बार हमला किया। चीन ने अपराध किए। अब गायों की पूजा करने वाले हिंदुओं ने मस्जिदों को नष्ट किया।

ChandraVeer Singh
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन की आग अब फिलीस्तीन तक पहुंच चुकी है। दरअसल अल अक्सा मस्जिद पर हिंदुओं के विरोध में एक रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में हिंदुओं के विरुद्ध जिहाद छेड़ने की अपील की गई है। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणियों को लेकर अब विरोध के सुर फिलीस्तीन में भी सुनाई देने लगे हैं। विवादित टिप्पणी के विरोध में यरुशलम की अल अक्सा मस्जिद पर 10 जून को हिंदू विरोधी रैली का आयोजन किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अल-अक्सा मस्जिद में रैली के दौरान फिलीस्तीन के इस्लामिक स्कॉलर निधाल सियाम ने गायों की पूजा करने वाले हिंदुओं के खिलाफ जिहाद शुरू करने की अपील की। उन्होंने भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास हिंदुओं को सबक सिखाने के लिए सक्षम सेना है। इस्लामिक स्कॉलर निधाल सियाम ने कहा, हम अल अक्सा मस्जिद से मुस्लिमों की सेनाओं को संबोधित कर रहे हैं।
मिस्र, तुर्की, जॉर्डन और सभी मुस्लिम देशों से हम कहते हैं, तुम कहां हो? क्या यह तुम्हारे धर्म और पैगंबर मोहम्मद का समर्थन का सही समय नहीं है? क्या यह सही समय नहीं है कि आप अपने देशों को आजाद कराएं? पाकिस्तान के लोगों, आपकी हिंदुओं का मुकाबला करने में अन्य किसी की तुलना में अधिक जिम्मेदारी है।
वीडियो में इस्लामिक स्कॉलर सियाम ने कहा, सबसे पहले अमेरिका ने इराक और अफगानिस्तान पर हमला किया। इसके बाद स्वीडन ने मुस्लिम बच्चों को अगवा कर डाला। फ्रांस और रूसियों ने कई बार हमला किया। चीन ने अपराध किए। अब गायों की पूजा करने वाले हिंदुओं ने मस्जिदों को नष्ट किया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान के लोगों आपको हिंदुओं से लड़ने में अधिक बड़ी जिम्मेदारी तय करनी है। वे (हिंदू) आपके नजदीक हैं।

इधर जावेद मोहम्मद का घर ढहाए जाने पर देश-विदेश से आ रहे रिएक्शंस

वहीं वरिष्ठ पत्रकार कमर वहीद नक़वी ने पैग़ंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारतीय मुसलमानों के ग़ुस्से को बेतुका और राजनीतिक नासमझी का सबूत बताया है।

उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए दावा किया कि जुमे की नमाज़ के बाद कई हिस्सों में हिंसा हुई, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय ने उस व्यापक भारतीय जनमत की अवहेलना की है, जो इस मामले में पूरी एकजुटता से उनके साथ खड़े थे।

कांग्रेस नेता सलमान निज़ामी ने जावेद मोहम्मद के घर पर बुलडोज़र चलने का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "भारत में नूपुर शर्मा को पैग़ंबर मोहम्मद का अपमान करने पर पुलिस सुरक्षा मिलती है जबकि जो लोग नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं उनके घर पर बुलडोज़र चल रहे हैं सत्ता और प्रशासन का अविश्वसनीय दुरुपयोग हो रहा है"

पैग़ंबर पर बयान का विदेशों में भी विरोध

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने ट्वीट किया, "मैंने ओआईसी सेक्रेटरी जनरल हुसैन ब्राहिम ताहा से भारत की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के अधिकारियों के पैग़ंबर मोहम्मद के लिए पूरी तरह अस्वीकार्य और निंदाजनक बयानों को लेकर चर्चा की है। भारत में बढ़ते इस्लामोफ़ोबिया और मुसलमानों के उत्पीड़न और इससे निपटने के लिए सामूहिक कोशिशों की ज़रूरत को लेकर चिंता जाहिर की"
शिकागो में रह रहे इस्लामिक स्कॉलर डॉक्टर यासिर नदीम ने ट्वीट किया, "भारत में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आफ़रीन फ़ातिमा का घर ढहा दिया। उनके पिता जावेद मोहम्मद का विरोध प्रदर्शनों से कोई लेनादेना ना होने के बावजूद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। ये बुनियादी मानवाधिकारों का हनन है। मानवाधिकार संगठन कहां हैं?"

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